बाड़मेर. देश में 25 प्रतिशत क्रूड तेल का उत्पादन राजस्थान के बाड़मेर जिले होता है. क्रूड तेल से केंद्र और राज्य सरकार को 10 हजार करोड़ रुपए की सालाना कमाई होती है. इसके बावजूद देश में सबसे महंगा पेट्रोल राजस्थान में बिक रहा है और तेल उत्पादन क्षेत्र बाड़मेर में पेट्रोल-डीजल के दामों में जहां ऐतिहासिक वृद्धि करते हुए पेट्रोल के दाम ने शतक पार कर लिया है. जिसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है.
देश में 25 % क्रूड तेल का उत्पादन वाले बाड़मेर में पेट्रोल ने शतक पार कर 102.38 रुपये पर पहुंच गया. शनिवार को बाड़मेर में तो पावर पेट्रोल का दाम 102.38 रुपये प्रति लीटर पर चला गया. वहीं एचपीसीएल के पेट्रोल पंप पर आज पेट्रोल का दाम 98.57 रुपये प्रति लीटर है. वहीं डीजल का भाव 90.80 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है.
लोगों के अनुसार कोविड-19 से जहां पहले से ही आर्थिक हालत खराब है और लगातार पेट्रोल की कीमतों ने और हालत खराब कर दी है. बाड़मेर जिला देश में 25% तेल उत्पादन करता है, सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व मिलता है. बावजूद इसके बाड़मेर के लोगों को इतना महंगा तेल खरीदना पड़ रहा है. जिसकी वजह से घर चलाना अब तो मुश्किल हो गया है. वरिष्ठ अधिवक्ता कन्हैयालाल जैन बताया हैं कि बाड़मेर की जनता के साथ भयंकर अन्याय है. हिंदुस्तान का 25% तेल उत्पादन यानी सबसे ज्यादा तेल उत्पादन बाड़मेर जिले में होता है, लेकिन उसके नाम पर एक पैसा भी खर्च नही हो रहा है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार को महीने के करोड़ों रुपए मिल रहे है, लेकिन सरकार तेल के नाम पर कुछ खर्च नही कर रही है. उन्होंने कहा तेल की दरें पूरे हिंदुस्तान में कम होनी चाहिए. आज वैश्विक स्तर पर देखे तो दरों में कमी आई है, लेकिन फिर भी देश में लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, जो कि लोगो के साथ अन्याय है.
पेट्रोल पंप संचालक के अनुसार पेट्रोल और डीजल के दाम दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं और यह दाम आज सर्वोत्तम ऊंचाई पर पहुंच गए हैं. उन्होंने बताया कि पेट्रोल और डीजल बिक्री में कोई कमी फर्क नहीं आया है, क्योंकि दिनों दिन वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन यह जरूर है कि लोगों के खर्च में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि बाड़मेर देश में 25 % तेल का उत्पादन करता है, जिससे करोड़ों रुपए की सरकार को आए होती है.
ऐसे यहां के लोगों को सरकार की ओर से कुछ राहत दी जानी चाहिए. गौरतलब है कि देश में 25 % क्रूड ऑयल का उत्पादन करने वाले बाड़मेर में भी पेट्रोल के दाम में 100 का आंकड़ा पार कर दिया है. ऐसे में यहां भी महंगे पेट्रोल-डीजल के कीमतों की वजह से जनता त्रस्त हो रही है. बता दें कि बाड़मेर क्रूड तेल से केंद्र की 6500 और राज्य की 3500 करोड़ रुपए सालाना कमाई होती है. बहरहाल लगातार दिनों दिन बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों ने आम आदमी की रातों की नींद उड़ा रखी है.