बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिला मुख्यालय पर लगातार वाहन चोरी का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा के निर्देश पर विशेष टीमों ने शनिवार को बड़ा खुलासा करते हुए एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो वाहन के पार्ट्स और चेचिस नंबर बदलकर फर्जी वाहनों वैध पेपर बनवाकर बेच देते थे. इस मामले में पुलिस आज दो लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.
बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि कोतवाली थाना अंतर्गत बाइक चोर गिरोह के खिलाफ विशेष टीमें तैयार की गई थी. कॉन्स्टेबल ने छापेमारी कर मोटर गैरेज की तलाशी ली तो फाइनेंस किए हुए वाहन और दुर्घटनाग्रस्त वाहन के चेचिस नंबर और पुर्जे बदलकर आरोपी दूसरा वाहन तैयार कर बेच देते थे. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया है. आरोपी मुकेश सिंह और ललित सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो दोनों ने यह खुलासा किया कि वे चोरी के वाहनों पर दुर्घटनाग्रस्त व फाइनेंस से डिफॉल्ट वाहनों के चेचिस व इंजन नंबर लेकर चोरी के वाहनों को वैध बनाकर बेचते थे.
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गौरतलब है पिछले 2 सालों में बाड़मेर शहर के मुख्य इलाकों से लगातार वाहनों की चोरी हो रही है. आलम यह है कि आए दिन एक या दो वाहन चोरी होते हैं. सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी पुलिस को कोई विशेष कामयाबी नहीं मिल पा रही थी.इस खुलासे के बाद अब बाड़मेर की कोतवाली पुलिस राहत की तो सांस ले रही है लेकिन अभी ऐसे कई गिरोह हैं जो कि इस कदर सक्रिय हैं कि दिनदहाड़े वाहन चुरा कर बेच देते हैं.