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बाड़मेर : दलित समाज के विभिन्न संगठनों की बैठक, भारत बंद के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लेने की गुहार

बाड़मेर सिवाना कस्बे के सार्वजनिक उद्यान में दलित समाज के विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी की गुरुवार को बैठक आयोजित हुई. वहीं बैठक में 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान हुए मुकदमों को वापिस लेने पर चर्चा हुई.

सिवाना खबर,  Barmer Sewana news
विभिन्न संगठनों की बैठक
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Published : Feb 20, 2020, 11:35 PM IST

सिवाना(बाड़मेर). जिले को सिवाना कस्बे के सार्वजनिक उद्यान में गुरुवार को दलित समाज के विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी की बैठक आयोजित हुई. जिसमें 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान हुए मुकदमों को लेकर चर्चा हुई. साथ ही मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड लिखकर मुकदमे वापस लेने की गुहार लगाई है.

विभिन्न संगठनों की बैठक

अंबेडकरवादी संगठनों के सदस्य और पदाधिकारियों ने बताया कि एससी/एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा हुए संशोधन के विरोध में 2 अप्रैल 2018 को एससी/एसटी समुदाय के लोगों द्वारा भारत बंद कर सम्पूर्ण देश में संवैधानिक तरीके से आन्दोलन किया गया. जिसके दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने इस बंद को असफल करने के लिए निहत्थे लोगों पर हमला और पथराव की घटनाएं हुई थी.

पढ़ेंः बाड़मेर: 26 खाद्य पदार्थ के कट्टों में 780 किलो पॉलिथीन जब्त

वहीं भारत बंद के दौरान पूरे प्रदेश में दर्ज समस्त मुकदमे वापस लेने के लिए पोस्ट कार्ड अभियान के माध्यम से राजस्थान सरकार से अपील की है. जिसमें भारत बंद के दौरान मुकदमे दर्ज किये गए हैं. उन मुकदमो को तुरंन्त प्रभाव से वापस लेने के लिए जाए. जिसके लिए मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड लिखकर मुकदमे वापस लेने की गुहार लगाई.

वहीं बताया, कि पोस्ट कार्ड अभियान संम्पूर्ण राजस्थान में चलाया जा रहा है. जिसको लेकर सूजाराम महिलावास, अखिलेश परिहार, ओम प्रकाश नामा, ओम प्रकाश परिहार मवडी, भैरा राम धीरा, इमरान खान मेली, विष्णू मेली, भटेन्द्र सोलंकी, मोहन लाल पांचाल मेली भरत पारंगी पीपलून, नेमा राम, लूम्बाराम, कानू सोलंकी आदि मौजूद रहे.

सिवाना(बाड़मेर). जिले को सिवाना कस्बे के सार्वजनिक उद्यान में गुरुवार को दलित समाज के विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी की बैठक आयोजित हुई. जिसमें 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान हुए मुकदमों को लेकर चर्चा हुई. साथ ही मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड लिखकर मुकदमे वापस लेने की गुहार लगाई है.

विभिन्न संगठनों की बैठक

अंबेडकरवादी संगठनों के सदस्य और पदाधिकारियों ने बताया कि एससी/एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा हुए संशोधन के विरोध में 2 अप्रैल 2018 को एससी/एसटी समुदाय के लोगों द्वारा भारत बंद कर सम्पूर्ण देश में संवैधानिक तरीके से आन्दोलन किया गया. जिसके दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने इस बंद को असफल करने के लिए निहत्थे लोगों पर हमला और पथराव की घटनाएं हुई थी.

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वहीं भारत बंद के दौरान पूरे प्रदेश में दर्ज समस्त मुकदमे वापस लेने के लिए पोस्ट कार्ड अभियान के माध्यम से राजस्थान सरकार से अपील की है. जिसमें भारत बंद के दौरान मुकदमे दर्ज किये गए हैं. उन मुकदमो को तुरंन्त प्रभाव से वापस लेने के लिए जाए. जिसके लिए मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड लिखकर मुकदमे वापस लेने की गुहार लगाई.

वहीं बताया, कि पोस्ट कार्ड अभियान संम्पूर्ण राजस्थान में चलाया जा रहा है. जिसको लेकर सूजाराम महिलावास, अखिलेश परिहार, ओम प्रकाश नामा, ओम प्रकाश परिहार मवडी, भैरा राम धीरा, इमरान खान मेली, विष्णू मेली, भटेन्द्र सोलंकी, मोहन लाल पांचाल मेली भरत पारंगी पीपलून, नेमा राम, लूम्बाराम, कानू सोलंकी आदि मौजूद रहे.

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