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अंतिम इच्छाः कैंसर पीड़ित पिता ने PM और CM से लगाई गुहार...कहा- मेरे बेटे और पोते से मिला दो... - covid 19

बाड़मेर के बालोतरा में एक कैंसर से पीड़ित बुजुर्ग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपने बेटे और पोते से मिलने की गुहार लगाई है. दरअसल, पीड़ित का परिवार सूरत में फंस हुआ है. देश में लॉकडाउन की वजह से वो बाड़मेर नहीं आ सक रहे है.

बाड़मेर न्यूज, कोरोना वायरस, barmer news,corona virus
कैंसर पीड़ित पिता की PM और CM से गुहार
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Published : Apr 18, 2020, 10:29 AM IST

बालोतरा (बाड़मेर). इस समय सबसे बुरा हाल उन लोगों का है जिन्हें गंभीर बिमारियां है. इन्हीं में से एक जिले के देवीलाल है जो कैंसर से पीड़ित है. पीड़ित का पूरा परिवार सूरत में रहता है. चूंकि कोरोना वायरस की वजह से प्रधानमंत्री के आह्वान पर पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन की वजह से देवीलाल का परिवार सूरत में फंसा हुआ है.

कैंसर पीड़ित पिता की PM और CM से गुहार

बता दें, कि पिछले 20 दिनों से लगातार हालत खराब हो रहे है, लेकिन सरकार और प्रशासन बेटे को आने की अनुमति नहीं दे रहा है. लिहाजा बीमार बुजुर्ग ने अब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से बेटे और पोते से मिलने की गुहार लगाई है. उनकी अंतिम इच्छा है कि मेरे बेटे और पोतों को सरकार आने की परमिशन दे, ताकि मेरा इलाज भी सही तरीके से हो सके. बुजुर्ग देवीलाल की रो-रोकर इतनी बुरी हालत हो गई है, कि उनकी तबीयत दिन-ब-दिन खराब हो रही है.

दरअसल, देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अन्य प्रदेशों के कई लोग फंसे हुए हैं. जिन्हें बीते कई दिनों से प्रशासन द्वारा बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रोका गया है. प्रशासन की ओर से इन लोगों के लिए हर संभव सुविधाएं भी मुहैया करवाई जा रही हैं. पिता के सब्र की सीमाएं टूटती नजर आ रही है. पीड़ित पिता की आंखे हर समय अपने बेटे को अपने नजदीक पाने को तरस रही है. चारपाई पर लेटे देवीलाल ने रोते हुए प्रशासन के जरिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की है, कि उनके बेटे, बहु और पौते जो व्यपार के लिए सूरत गए हुए थे, लॉकडाउन में फंसे हुए है.उन्हें वापस बालोतरा पहुंचा दिया जाए.

पढ़ेंः अजमेर के रेल म्यूजियम में रखे गए 9 खानाबदोश CORONA पॉजिटिव, सैकड़ों लोगों पर मंडरा रहा खतरा


मां की भी सरकार से गुहार...

वहीं, पति की लगातार सेवा कर रही पत्नी लीलादेवी अपने पति को बार-बार धीरज भी बांध रही है. वो सूरत में फंसे अपने बेटे बद्रीनारायण को यहां लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग कर रही है, कि एक पिता से पुत्र को मिलाया जाए जो कैंसर पीड़ित होते हुए जीवन के अंतिम पड़ाव पर है. दरअसल इन्हें उम्मीद थी, कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खुल जाएगा लेकिन एक बार फिर से लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है.

ऐसे में इनकी हिम्मत अब जवाब देने लगी है. लेकिन महामारी के रूप में उभरे कोरोना वायरस के चलते इन लोगों को प्रदेश की सीमा पार नहीं करने दी गई. परिवार की ओर से कई बार अनुमति के लिए आवेदन किया गया, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की.

बालोतरा (बाड़मेर). इस समय सबसे बुरा हाल उन लोगों का है जिन्हें गंभीर बिमारियां है. इन्हीं में से एक जिले के देवीलाल है जो कैंसर से पीड़ित है. पीड़ित का पूरा परिवार सूरत में रहता है. चूंकि कोरोना वायरस की वजह से प्रधानमंत्री के आह्वान पर पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन की वजह से देवीलाल का परिवार सूरत में फंसा हुआ है.

कैंसर पीड़ित पिता की PM और CM से गुहार

बता दें, कि पिछले 20 दिनों से लगातार हालत खराब हो रहे है, लेकिन सरकार और प्रशासन बेटे को आने की अनुमति नहीं दे रहा है. लिहाजा बीमार बुजुर्ग ने अब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से बेटे और पोते से मिलने की गुहार लगाई है. उनकी अंतिम इच्छा है कि मेरे बेटे और पोतों को सरकार आने की परमिशन दे, ताकि मेरा इलाज भी सही तरीके से हो सके. बुजुर्ग देवीलाल की रो-रोकर इतनी बुरी हालत हो गई है, कि उनकी तबीयत दिन-ब-दिन खराब हो रही है.

दरअसल, देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अन्य प्रदेशों के कई लोग फंसे हुए हैं. जिन्हें बीते कई दिनों से प्रशासन द्वारा बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रोका गया है. प्रशासन की ओर से इन लोगों के लिए हर संभव सुविधाएं भी मुहैया करवाई जा रही हैं. पिता के सब्र की सीमाएं टूटती नजर आ रही है. पीड़ित पिता की आंखे हर समय अपने बेटे को अपने नजदीक पाने को तरस रही है. चारपाई पर लेटे देवीलाल ने रोते हुए प्रशासन के जरिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की है, कि उनके बेटे, बहु और पौते जो व्यपार के लिए सूरत गए हुए थे, लॉकडाउन में फंसे हुए है.उन्हें वापस बालोतरा पहुंचा दिया जाए.

पढ़ेंः अजमेर के रेल म्यूजियम में रखे गए 9 खानाबदोश CORONA पॉजिटिव, सैकड़ों लोगों पर मंडरा रहा खतरा


मां की भी सरकार से गुहार...

वहीं, पति की लगातार सेवा कर रही पत्नी लीलादेवी अपने पति को बार-बार धीरज भी बांध रही है. वो सूरत में फंसे अपने बेटे बद्रीनारायण को यहां लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग कर रही है, कि एक पिता से पुत्र को मिलाया जाए जो कैंसर पीड़ित होते हुए जीवन के अंतिम पड़ाव पर है. दरअसल इन्हें उम्मीद थी, कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खुल जाएगा लेकिन एक बार फिर से लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है.

ऐसे में इनकी हिम्मत अब जवाब देने लगी है. लेकिन महामारी के रूप में उभरे कोरोना वायरस के चलते इन लोगों को प्रदेश की सीमा पार नहीं करने दी गई. परिवार की ओर से कई बार अनुमति के लिए आवेदन किया गया, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की.

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