बाड़मेर. जिले के राजकीय चिकित्सालय के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में शिशु वार्ड की खिड़कियों के शीशे टूटे होने की वजह से इस कड़ाके की सर्दी में मासूमों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. बीमार मासूम बच्चे सर्दी की वजह से और बीमार हो रहे थे. वहीं, परिजन अपने मासूमों को बचाने के लिए टूटी खिड़कियों में कागज के गत्ते लगाकर सर्दी को रोकने का प्रयास कर रहे थे.
इस खबर को ईटीवी भारत ने लगातार प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद अब अस्पताल प्रशासन मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र के शिशु वार्ड सहित अन्य वार्डों में खिड़कियों के टूटे शीशों की जगह फाइबर शीट लगाने का कार्य कर रहा है. इस कार्य को कर रहे ठेकेदार ने बताया कि पीएमओ के निर्देशों के बाद मंगलवार को अस्पताल के खिड़कियों के टूटे शीशे की जगह फाइबर शीट लगाने का काम शुरू हो गया है, जो देर रात तक पूरा हो जाएगा.
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साथ ही ठेकेदार ने बताया कि शिशु वार्ड तीसरी मंजिल पर होने की वजह से क्रेन और विशेष टोली बनाकर खिड़कियों में फाइबर शीट लगाई जा रही है. वहीं, शिशु वार्ड में पिछले 3 दिनों से भर्ती एक शिशु के परिजन ने बताया कि खिड़कियों में शीशे नहीं होने की वजह से बेहद परेशानी हो रही थी. जिसकी खबर चलाने का असर हुआ और अब खिड़कियों को ठीक किया जा रहा है. शिशु के परिजन ने कहा कि खिड़कियों को ठीक करने का काम चल रहा है उम्मीद है जल्द ही सर्दी से राहत मिलेगी.