बालोतरा (बाड़मेर). बालोतरा नगर परिषद में नवगठित बोर्ड के सभापति के पदभार ग्रहण के बाद से ही सभापति सुमित्रा जैन के पति सुरेश जैन का सरकारी कार्यो में हस्तक्षेप चर्चा के विषय बना हुआ है. सभापति सुमित्रा जैन के पति सुरेश जैन इन दिनों सभी सरकारी मीटिंगों में दखलंदाजी करते हुआ नजर आ रहे हैं. जिससे कर्मचारियों और विपक्ष में रोष बना हुआ है.
कुछ दिनों पहले भी इसको लेकर आयोजित बैठक में दखलंदाजी करने पर आयुक्त ने उन्हें बैठक से बाहर भी निकाला था. लेकिन अब नगर परिषद में आए दिन उनके हस्तक्षेप से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है.
नए बोर्ड गठित होने के बाद से एक महीने से अधिक समय पूरा हो चुका है. लेकिन अपने स्वागत के अलावा सभापति द्वारा शहर के विकास को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा हैं. वहीं दूसरी ओर बोर्ड में पार्षदों की बेरुखी भी अब खुल कर सामने आती नजर आ रही है.
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ईटीवी भारत ने नेता प्रतिपक्ष मेहबूब खां से इस मामले को लेकर बात की तो उन्होंने सरकारी बैठकों में निर्वचित सदस्यों के अलावा दूसरे की दखलंदाजी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पूर्व में भी इसको लेकर आयुक्त को अवगत कराया गया था. उन्होंने कहा कि निर्वाचित सदस्यों के अलावा दूसरों की दखलंदाजी बर्दास्त नहीं की जाएगी. इसको लेकर उच्च स्तर पर अवगत करवाया जाएगा. दूसरों की दखलंदाजी से सरकारी दस्तावेजों और अन्य गोपनीयता भंग हो रही है, जो शहर के हित में नहीं है.
बता दें कि मंगलवार को नगर परिषद के सभागार में सफाई कमेटी की बैठक आयोजित की गई. जिसमें सभापति के पास विधायक के लिए लगाई गई कुर्सी पर सभापति के पति सुरेश जैन ने बैठ कर सफाई कार्मिकों को निर्देशित किया. सभापति, पार्षद और कार्मिक सुनते रहे. जबकि नियमों में सभापति का पति बैठकों में भाग लेने के लिए आपेक्षित नहीं है.