बाड़मेर. राजस्थान के रेगिस्तान के इलाके में किसी जमाने में बेटियां अभिशाप मानी जाती थी. बेटी को पैदा होते ही मार दिया जाता था लेकिन बदले वक्त के साथ लोगों की सोच बदली है. लोग अब बेटियों के जन्म पर खुशियां मनाते थे. ऐसा ही नजारा राजकीय अस्पताल में देखने को मिला. जहां परिजनों ने बेटी के जन्म पर खुशी में डीजे बजाकर उसको घर ले आए.
जानकारी के मुताबिक महेंद्र की शादी सोनम से 14 महीने पहले हुई थी. आमतौर पर ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि बिटिया होने पर लोग खुशी मनाते हैं. वह भी पहली बिटिया होने पर तो कतई नहीं लेकिन महिंद्र के परिवार ने यकीनन बड़ी मिसाल पेश की है और अस्पताल से जब बेटी को डिस्चार्ज किया गया तो घर तक डीजे पर डांस करते हुए बेटी का वेलकम किया गया. इस दौरान परिवार के लोगों का कहना है कि आज हमारे घर में लक्ष्मी आई है, उसी का स्वागत किया जा रहा है. डीजे पर डांस किया जा रहा है.
डॉ. हरीश चौहान के मुताबिक पिछले कुछ समय से लगातार बेटी होने के मौके पर भी लोग इसी तरीके से खुशी जाहिर करते हैं. जैसे घर में शादी का माहौल हो. प्रदेश में यकीनन अपने आप में बड़े बदलाव की तस्वीर है.