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नवरात्रि विशेष: भारत-पाक के बीच कड़वाहट की वजह से इस बार नवरात्रि में 'हिंगलाज माता' के दर्शन नहीं कर पाएंगे भक्त

भारत-पाक संबंधों में तनाव के चलते थार एक्सप्रेस बंद हो गई. जिसकी वजह से इस बार सैकड़ों श्रद्धालु मां हिंगलाज के दर्शनों से वंचित रह गए. बता दें कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान में शक्ति पीठ मां हिंगलाज के दर्शन के लिए लगातार भारत के भक्त जाते हैं. जो इस बार ना जाने से निराश हैं.

thar express close, Hinglaj Mata
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Published : Oct 3, 2019, 3:34 PM IST

Updated : Oct 3, 2019, 8:29 PM IST

बाड़मेर. भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस फिलहाल बंद है.जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद- 370 प्रभावी होने के बाद बौखलाए पाक ने ये कदम उठाया. इसकी वजह से इस बार नवरात्रों में सैकड़ों श्रद्धालु मां हिंगलाज के दर्शनों से वंचित रह गए हैं. पाकिस्तान के बलूचिस्तान में शक्ति पीठ मां हिंगलाज के दर्शन के लिए लगातार यहां के लोग आते-जाते थे.

हिंगलाज माता के दर्शन से वंचित रहे भक्त

पिछले 13 सालों से नवरात्रि में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, केरल सहित अन्य राज्यों के हिंगलाज माता के उपासक पाकिस्तान जा रहे हैं. मां हिंगलाज के भक्तों के लिए थार एक्सप्रेस सरल और सुगम साधन रहा है. नवरात्रा में शक्तिपीठ के दर्शन के लिए इसी ट्रेन से आना जाना होता था. लेकिन इस बार थार एक्सप्रेस बंद है. ऐसे में भगत शारदीय नवरात्र में हिंगलाज शक्तिपीठ जाने का सिलसिला टूट गया. लगातार जाने वाले भक्त इस बार हिंगलाज माता के दर्शन नहीं करने का मलाल है.

पढ़ें- नवरात्रि विशेष: राजस्थान में देवी का एकमात्र मंदिर जहां हर दिन दूध से होता है अभिषेक...5000 साल से भी पुराना है इतिहास

हिंगलाज माता के उपासक सुखदेव खत्री बताते हैं कि मां हिंगलाज उनकी कुलदेवी है. माता के प्रति उनकी बड़ी आस्था है, पाकिस्तान के बलूचिस्तान में माता हिंगलाज का शक्तिपीठ है. लेकिन थार एक्सप्रेस के बंद हो जाने की वजह से भी दर्शन करने नहीं जा पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि साल 2002 में जसवंत सिंह हिंगलाज माता के पाकिस्तान स्थित मंदिर में दर्शन करने एक जत्थे के साथ गए थे. वो मुनाबाव-खोखरापार सड़क मार्ग से पाकिस्तान पहुंचे थे. वहीं खत्री समाज के लोगों की मां हिंगलाज कुलदेवी है. जिसके चलते उनकी बड़ी आस्था जुड़ी हुई है.

पढ़ें- नवरात्रि विशेष: हाड़ौती और मालवा क्षेत्र में श्रद्धा का बड़ा केंद्र राता देवी मंदिर

हालांकि बलूचिस्तान में स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ की प्रतिरूप देवी की प्रतिमा बाड़मेर में विराजमान हैं. इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक होने से यहां वर्ष भर मेले जैसा माहौल रहता है. जो लोग पाकिस्तान जाकर मां हिंगलाज के दर्शन करने नहीं जा सकते वो यहां माता के दरबार में मत्था टेकने आते हैं.

बाड़मेर. भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस फिलहाल बंद है.जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद- 370 प्रभावी होने के बाद बौखलाए पाक ने ये कदम उठाया. इसकी वजह से इस बार नवरात्रों में सैकड़ों श्रद्धालु मां हिंगलाज के दर्शनों से वंचित रह गए हैं. पाकिस्तान के बलूचिस्तान में शक्ति पीठ मां हिंगलाज के दर्शन के लिए लगातार यहां के लोग आते-जाते थे.

हिंगलाज माता के दर्शन से वंचित रहे भक्त

पिछले 13 सालों से नवरात्रि में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, केरल सहित अन्य राज्यों के हिंगलाज माता के उपासक पाकिस्तान जा रहे हैं. मां हिंगलाज के भक्तों के लिए थार एक्सप्रेस सरल और सुगम साधन रहा है. नवरात्रा में शक्तिपीठ के दर्शन के लिए इसी ट्रेन से आना जाना होता था. लेकिन इस बार थार एक्सप्रेस बंद है. ऐसे में भगत शारदीय नवरात्र में हिंगलाज शक्तिपीठ जाने का सिलसिला टूट गया. लगातार जाने वाले भक्त इस बार हिंगलाज माता के दर्शन नहीं करने का मलाल है.

पढ़ें- नवरात्रि विशेष: राजस्थान में देवी का एकमात्र मंदिर जहां हर दिन दूध से होता है अभिषेक...5000 साल से भी पुराना है इतिहास

हिंगलाज माता के उपासक सुखदेव खत्री बताते हैं कि मां हिंगलाज उनकी कुलदेवी है. माता के प्रति उनकी बड़ी आस्था है, पाकिस्तान के बलूचिस्तान में माता हिंगलाज का शक्तिपीठ है. लेकिन थार एक्सप्रेस के बंद हो जाने की वजह से भी दर्शन करने नहीं जा पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि साल 2002 में जसवंत सिंह हिंगलाज माता के पाकिस्तान स्थित मंदिर में दर्शन करने एक जत्थे के साथ गए थे. वो मुनाबाव-खोखरापार सड़क मार्ग से पाकिस्तान पहुंचे थे. वहीं खत्री समाज के लोगों की मां हिंगलाज कुलदेवी है. जिसके चलते उनकी बड़ी आस्था जुड़ी हुई है.

पढ़ें- नवरात्रि विशेष: हाड़ौती और मालवा क्षेत्र में श्रद्धा का बड़ा केंद्र राता देवी मंदिर

हालांकि बलूचिस्तान में स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ की प्रतिरूप देवी की प्रतिमा बाड़मेर में विराजमान हैं. इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक होने से यहां वर्ष भर मेले जैसा माहौल रहता है. जो लोग पाकिस्तान जाकर मां हिंगलाज के दर्शन करने नहीं जा सकते वो यहां माता के दरबार में मत्था टेकने आते हैं.

Intro:

बाड़मेर

भारत-पाक संबंधों में तनाव के चलते बंद हुई थार एक्सप्रेस की वजह से इस बार सैकड़ों श्रद्धालु मां हिंगलाज के दर्शनों से रहे वंचित, पूर्व वित्त एवं विदेश मंत्री जसवंत सिंह के साथ यहां से पाकिस्तान गए थे मां हिंगलाज के दर्शनाथ

भारत-पाक संबंधों में तनाव के चलते बंद हुई थार एक्सप्रेस के कारण मां हिंगलाज के भक्त इस बार शारदीय नवरात्रा में पाक नहीं जा पा रहे हैं, पाकिस्तान के बलूचिस्तान में स्थापित है मां हिंगलाज का मंदिर, थार एक्सप्रेस बंद होने के चलते मां के दर्शन करने से वंचित रह गए श्रद्धालु





Body:भारत-पाक संबंधों में तनाव के चलते बंद हुई थार एक्सप्रेस की वजह से हिंगलाज माता के भगत इस बार शारदीय नवरात्र में पाकिस्तान नहीं जा पा रहे हैं नवरात्रा में राजस्थान गुजरात मध्य प्रदेश केरल सहित अन्य राज्यों के हिंगलाज माता के उपासक पाकिस्तान के बलूचिस्तान में शक्तिपीठ के दर्शन करने के लिए पिछले 13 सालों से लगातार जा रहे हैं मां हिंगलाज के भक्तों के लिए थार एक्सप्रेस सरल और सुगम साधन रहा है नवरात्रा में शक्तिपीठ के दर्शन के लिए इसी ट्रेन से आना जाना होता था लेकिन इस बार थार एक्सप्रेस बंद है ऐसे में भगत शारदीय नवरात्र में हिंगलाज शक्तिपीठ नहीं जा पाए जिसकी वजह वह निराश नजर आ रहे हैं हिंगलाज माता के उपासक सुखदेव खत्री बताते हैं कि मां हिंगलाज उनकी कुलदेवी है माता के प्रति उनकी बड़ी आस्था है पाकिस्तान के बलूचिस्तान में माता हिंगलाज का शक्तिपीठ है लेकिन थार एक्सप्रेस के बंद हो जाने की वजह से भी दर्शन करने नहीं जा पा रहे हैं यह बताते हैं कि पाकिस्तान स्थित हिंगलाज माता के दर्शन करने के लिए पहली बार यहां से कई लोग पूर्व वित्त एवं विदेश मंत्री जसवंत सिंह जसोल के साथ गए थे उसके बाद लगातार 13 सालों से हिंगलाज माता के दर्शन के लिए जाते हैं लेकिन इस बार भारत-पाक के संबंधों में तनाव के चलते थार एक्सप्रेस का संचालन नहीं किया जा रहा है जिसकी वजह से मां के दर्शन करने से वंचित रह गए है





Conclusion:थार एक्सप्रेस से पिछले 13 सालों से लगातार हिंगलाज माता के दर्शन के लिए जाने वाली उपस्को को इस बार सिलसिला टूट गया है लगातार जाने वाले भक्तों को इस बार हिंगलाज माता के दर्शन नहीं करने की वजह से हताश है नवरात्र शुरू होने से पहले उपासक इसी ट्रेन से हिंगलाज के लिए रवाना हो जाते थे वहीं मंदिर में अनुष्ठान में शामिल होते तथा वापसी भी थार एक्सप्रेस से करते साप्ताहिक चलने वाली थार एक्सप्रेस के संचालन के अनुसार ही हिंगलाज भक्त अपने आने जाने का कार्यक्रम बनाते हुए थे आपको बता दें कि खत्री समाज के लोगो की कुलदेवी हे मां हिंगलाज है जिसके चलते उनकी बड़ी आस्था जुड़ी हुई है

बाईट - लेखराज खत्री , श्रद्धालु, खत्री समाज अध्यक्ष बाड़मेर

बाईट - सुखदेव ,श्रद्धालु

बाईट- लक्ष्मीनारायण , श्रद्धालु
Last Updated : Oct 3, 2019, 8:29 PM IST
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