बाड़मेर. भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस फिलहाल बंद है.जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद- 370 प्रभावी होने के बाद बौखलाए पाक ने ये कदम उठाया. इसकी वजह से इस बार नवरात्रों में सैकड़ों श्रद्धालु मां हिंगलाज के दर्शनों से वंचित रह गए हैं. पाकिस्तान के बलूचिस्तान में शक्ति पीठ मां हिंगलाज के दर्शन के लिए लगातार यहां के लोग आते-जाते थे.
पिछले 13 सालों से नवरात्रि में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, केरल सहित अन्य राज्यों के हिंगलाज माता के उपासक पाकिस्तान जा रहे हैं. मां हिंगलाज के भक्तों के लिए थार एक्सप्रेस सरल और सुगम साधन रहा है. नवरात्रा में शक्तिपीठ के दर्शन के लिए इसी ट्रेन से आना जाना होता था. लेकिन इस बार थार एक्सप्रेस बंद है. ऐसे में भगत शारदीय नवरात्र में हिंगलाज शक्तिपीठ जाने का सिलसिला टूट गया. लगातार जाने वाले भक्त इस बार हिंगलाज माता के दर्शन नहीं करने का मलाल है.
हिंगलाज माता के उपासक सुखदेव खत्री बताते हैं कि मां हिंगलाज उनकी कुलदेवी है. माता के प्रति उनकी बड़ी आस्था है, पाकिस्तान के बलूचिस्तान में माता हिंगलाज का शक्तिपीठ है. लेकिन थार एक्सप्रेस के बंद हो जाने की वजह से भी दर्शन करने नहीं जा पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि साल 2002 में जसवंत सिंह हिंगलाज माता के पाकिस्तान स्थित मंदिर में दर्शन करने एक जत्थे के साथ गए थे. वो मुनाबाव-खोखरापार सड़क मार्ग से पाकिस्तान पहुंचे थे. वहीं खत्री समाज के लोगों की मां हिंगलाज कुलदेवी है. जिसके चलते उनकी बड़ी आस्था जुड़ी हुई है.
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हालांकि बलूचिस्तान में स्थित हिंगलाज शक्तिपीठ की प्रतिरूप देवी की प्रतिमा बाड़मेर में विराजमान हैं. इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक होने से यहां वर्ष भर मेले जैसा माहौल रहता है. जो लोग पाकिस्तान जाकर मां हिंगलाज के दर्शन करने नहीं जा सकते वो यहां माता के दरबार में मत्था टेकने आते हैं.