बाड़मेर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पूरा देश लड़ रहा है, लेकिन राजस्थान के बाड़मेर के शिव विधायक ने कोरोना संक्रमितों में जातीय भेदभाव को लेकर जिला प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं. विधायक अमीन खान का कहना है कि बाड़मेर के धोरीमाना क्षेत्र के कितनोरिया में कोरोना का पहला पॉजिटिव केस आने के बाद उससे जातीय भेदभाव कर परेशान किया गया.
विधायक अमीन खान ने कहा कि बाड़मेर जिले के धोरीमना में जयपुर से आए सरकारी टीचर के पॉजिटिव आने के बाद दुर्व्यवहार किया गया. उसको सिर्फ जाति के कारण परेशान किया गया. उनका कहना है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए जाति विशेष को निशाना बना रहे हैं और शिव क्षेत्र में आए तबलीगी जमात के लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है.
खान ने कहा कि क्षेत्र में 2 महीने में यहां चार-चार बार जांच की गई और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई. गांव के लोगों ने चंदा कर एसडीएम से परमिशन लेकर उनको बसों से अपने वेतन भेजा. उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसे मामले में लाभ उठाना चाहते हैं उन पर निगाह रखी जानी चाहिए और किसी गरीब को दबाना नहीं चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जाति के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नही किया जाए.
बता दें कि बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कोरोना जागरूकता के जिला स्तरीय कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान प्रभारी मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला की मौजूदगी में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिव विधायक अमीन खान ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए.