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बाड़मेर : जिला परिषद में कांग्रेस-भाजपा को मिली थी बराबर सीटें...जिला प्रमुख में कांग्रेस, तो उपजिला प्रमुख में भाजपा ने बाजी मारी

बाड़मेर जिला परिषद के चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी को बराबर सीट मिली है. कांग्रेस अपनी रणनीति के चलते अपने गढ़ को बचाने में कामयाब रही और गुरुवार को कांग्रेस का जिला प्रमुख बन गया. शुक्रवार को उप जिला प्रमुख के लिए मतदान हुआ. जिसमें बड़ा उलटफेर देखने को मिला, उप जिला प्रमुख की सीट पर भाजपा ने बाजी मार ली.

बाड़मेर उप जिला प्रमुख सीट पर भाजपा, BJP on Barmer sub district head seat
उप जिला प्रमुख सीट पर भाजपा ने मारी बाजी
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Published : Dec 11, 2020, 10:48 PM IST

बाड़मेर. उपजिला प्रमुख के लिए हुए चुनाव में यहां बड़ा रोचक मुकाबला देखने को मिला. एक दिन पहले गुरूवार को कांग्रेस जिला प्रमुख बनाने में कामयाब रही थी, ऐसे में शुक्रवार को उपजिला प्रमुख की सीट पर भाजपा ने बाजी मार ली. जिला परिषद के 37 में से कांग्रेस के प्रत्याशी उगम सिंह को 17 वोट मिले. जबकि भाजपा के खेताराम को 20 वोट मिले. खेताराम ने 3 वोटों से जीत दर्ज करवाई. ऐसे में जिला प्रमुख की सीट गंवाने वाली भाजपा के खेमे में उपजिला प्रमुख सीट पर काबिज होने के बाद खुशी की लहर है.

उप जिला प्रमुख सीट पर भाजपा ने मारी बाजी

भाजपा जिला अध्यक्ष आदुराम मेघवाल ने कहा कि शंकर देवासी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि शंकर देवासी ने भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी, वे कांग्रेस के पाले में चले गये. मेघवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा के जिला परिषद के सदस्यों को इतना लालच दिया कि जो खड़े थे, वे रह गए और जो कमजोर थे, वे बह गए और इसमें बहुत बड़ी डील हुई है. जिसके चलते क्रॉस वोटिंग हुई.

पढे़ं- जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पर ओम बिरला ने कहा- मुझे व्यक्तिगत रूप से दुख पहुंचा

बता दें कि भाजपा जिला परिषद के शंकर देवासी ने कांग्रेस के समर्थन में वोट किया था. ऐसे में जिला परिषद में भाजपा और कांग्रेस को बराबर सीट मिली थी, लेकिन कांग्रेस ने भाजपा में सेंध लगाकर अपना बोर्ड बनाने में कामयाबी हासिल की. उपजिला प्रमुख के चुनाव में मामला उल्टा हो गया, सब को लग रहा था कि उपजिला प्रमुख भी कांग्रेस का बनेगा, लेकिन भाजपा उपजिला प्रमुख बनाने में कामयाब हुई.

शंकर देवासी बीजेपी से निष्कासित

गुरुवार को जिला परिषद अध्यक्ष के लिए हुए मतदान के दौरान बीजेपी के प्रत्याशी शंकर देवासी को कांग्रेस के नेता कंबल ओढ़ाकर मतदान करवाने पहुंचे थे. जिसके बाद कांग्रेस का जिला प्रमुख बन गया. इस खबर के बाद से ही शंकर देवासी पूरी तरह से चर्चा में बने हुए हैं. शुक्रवार को उप जिला प्रमुख के लिए मतदान हुआ. इस दौरान भी वे कांग्रेस के नेताओं के साथ मतदान करने पहुंचे. हालांकि इस बार शॉल ओढकर नहीं आए थे, लेकिन सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त थे. मतदान कर लौट रहे भाजपा के प्रत्याशी शंकर देवासी से बातचीत करने का प्रयास किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी पार्टी उनकी मां है और वे हमेशा पार्टी के साथ रहेंगे, चाहे पार्टी ने भले ही उन्हें निष्कासित कर दिया हो.

बाड़मेर. उपजिला प्रमुख के लिए हुए चुनाव में यहां बड़ा रोचक मुकाबला देखने को मिला. एक दिन पहले गुरूवार को कांग्रेस जिला प्रमुख बनाने में कामयाब रही थी, ऐसे में शुक्रवार को उपजिला प्रमुख की सीट पर भाजपा ने बाजी मार ली. जिला परिषद के 37 में से कांग्रेस के प्रत्याशी उगम सिंह को 17 वोट मिले. जबकि भाजपा के खेताराम को 20 वोट मिले. खेताराम ने 3 वोटों से जीत दर्ज करवाई. ऐसे में जिला प्रमुख की सीट गंवाने वाली भाजपा के खेमे में उपजिला प्रमुख सीट पर काबिज होने के बाद खुशी की लहर है.

उप जिला प्रमुख सीट पर भाजपा ने मारी बाजी

भाजपा जिला अध्यक्ष आदुराम मेघवाल ने कहा कि शंकर देवासी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि शंकर देवासी ने भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी, वे कांग्रेस के पाले में चले गये. मेघवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा के जिला परिषद के सदस्यों को इतना लालच दिया कि जो खड़े थे, वे रह गए और जो कमजोर थे, वे बह गए और इसमें बहुत बड़ी डील हुई है. जिसके चलते क्रॉस वोटिंग हुई.

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बता दें कि भाजपा जिला परिषद के शंकर देवासी ने कांग्रेस के समर्थन में वोट किया था. ऐसे में जिला परिषद में भाजपा और कांग्रेस को बराबर सीट मिली थी, लेकिन कांग्रेस ने भाजपा में सेंध लगाकर अपना बोर्ड बनाने में कामयाबी हासिल की. उपजिला प्रमुख के चुनाव में मामला उल्टा हो गया, सब को लग रहा था कि उपजिला प्रमुख भी कांग्रेस का बनेगा, लेकिन भाजपा उपजिला प्रमुख बनाने में कामयाब हुई.

शंकर देवासी बीजेपी से निष्कासित

गुरुवार को जिला परिषद अध्यक्ष के लिए हुए मतदान के दौरान बीजेपी के प्रत्याशी शंकर देवासी को कांग्रेस के नेता कंबल ओढ़ाकर मतदान करवाने पहुंचे थे. जिसके बाद कांग्रेस का जिला प्रमुख बन गया. इस खबर के बाद से ही शंकर देवासी पूरी तरह से चर्चा में बने हुए हैं. शुक्रवार को उप जिला प्रमुख के लिए मतदान हुआ. इस दौरान भी वे कांग्रेस के नेताओं के साथ मतदान करने पहुंचे. हालांकि इस बार शॉल ओढकर नहीं आए थे, लेकिन सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त थे. मतदान कर लौट रहे भाजपा के प्रत्याशी शंकर देवासी से बातचीत करने का प्रयास किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी पार्टी उनकी मां है और वे हमेशा पार्टी के साथ रहेंगे, चाहे पार्टी ने भले ही उन्हें निष्कासित कर दिया हो.

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