बाड़मेर. बाड़मेर में नगर निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में इन दिनों खासी हलचल है. वहीं चुनाव प्रचार में कांग्रेस व बीजेपी दोनों ने अपनी ताकत झोंक दी है. लेकिन, कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों के लिए इस समय निर्दलीय सबसे बड़ा सिरदर्द बने हुए हैं. जिनसे कि समीकरण बिगड़ने का अंदेशा दोनों दलों के उम्मीदवारों को हैं. वर्तमान में नगर निकाय चुनाव में बाड़मेर में कुल 149 प्रत्याशी मैदान में है. जिसमें बताया जा रहा है कि 53 प्रत्याशी बीजेपी से है तो वहीं कांग्रेस के 52 प्रत्याशी है तो बसपा के दो प्रत्याशी है. इनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या करीबन 40 बताई जा रही है.
इस बार सियासी मुकाबला भी दिलचस्प हो गया है. क्योंकि इससे पहले चुनावों में बाड़मेर में महज 40 वार्ड होते थे. लेकिन इस बार 15 वार्ड नए जुड़ गए हैं. जिसके चलते भाजपा और कांग्रेस को भी खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. उसका सबसे बड़ा कारण है कि 20 वार्ड ऐसे हैं जहां पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने भाजपा और कांग्रेस दोनों की चिंता बढ़ा रखी है.
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वर्तमान में बाड़मेर में कांग्रेस का बोर्ड है तो वहीं बीजेपी इस बार अपना 10 साल का वनवास खत्म करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है. लेकिन बीजेपी के कई प्रत्याशियों को टिकट ना मिलने पर वह निर्दलीय मैदान में आ गए है. जिसके चलते बीजेपी के लिए राह थोड़ी आसान नजर नहीं आ रही.
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वहीं कांग्रेस का भी हाल कुछ ऐसा ही है. कई कार्यकर्ताओं ने टिकट मांगी थी, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिए तो वे निर्दलीय ताल ठोककर अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी को टक्कर देते नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि चुनाव परिणाम में किस तरीके से निर्दलीय दोनों पार्टियों का खेल बिगड़ते हैं.