सिवाना (बाड़मेर). सिवाना में आयोजित 7 दिवसीय राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड का शुक्रवार को समापन हो गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर आदर्श किशोर जाणी ने कहा कि स्काउटिंग व्यक्ति के जीवन को सेवाभावी, अनुशासित, व्यवस्थित और संस्कारशील बनाती है. स्काउट गाइड सामान्य विद्यार्थियों से अधिक अनुशासित, सेवाभावी और जिम्मेदार होते हैं.
वहीं इस मौके पर विशिष्ट अतिथि योगेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि स्काउटिंग बालचरों को व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के हर प्रकार के सकारात्मक अवसर प्रदान करती है, जिससे बालक राष्ट्रीय ही नही अंतरराष्ट्रीय पहचान कायम कर सकते हैं. उन्होंने आज के भौतिक युग में विद्यार्थियों के लिए स्काउटिंग गतिविधियों की महत्व की आवश्यकता पर जोर दिया.
इस दौरान कार्यक्रम के अध्यक्ष और स्थानीय विद्यालय के प्रधान ने कहा कि मेरे विद्यालय परिसर में आयोजित सात दिवसीय स्काउट शिविर की विभिन्न गतिविधियों से नजदीकी से रूबरू होने का अवसर प्राप्त हुआ है. स्काउटच बच्चों में समयबद्ध, नियमित और अनुशासित दिनचर्या सिखाता है. हमें प्रत्येक विद्यालय में सुव्यवस्थित रूप से स्काउट प्रभारी की नियुक्ति करके गतिविधियों को अनिवार्य रूप से संचालित करने की आवश्यकता है. जिससे समाज और राष्ट्र के लिए उपयोगी नागरिक बना सके.
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शिविर संचालक गोरधनराम हुड्डा ने शिविर प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि शिविर में 250 से अधिक कब बुलबुल स्काउट गाइड रोवर रेंजर ने सहभागिता की. समारोह में रामावि पानाबेड, राउमावि नोसर और राउप्रावि सिणधरी की गाइड ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया. वहीं इस मौके पर प्रतिभागियों और भामाशाहों को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए.