सिवाना (बाड़मेर). सिवाना उपखंड के समदड़ी तहसील क्षेत्र के मजल और ढिढस गांव के दो युवकों का कोरोना पॉजिटिव आने से प्रशासन में हड़कंप सा मच गया. वहीं, जिला कलेक्टर ने आदेश जारी कर ढिढस गांव में धारा 144 जीरो मोबिलिटी के तहत कर्फ्यू लगा दिया गया है.
समदड़ी क्षेत्र के मजल और ढिढस गांव के युवकों का महाराष्ट्र के हॉट स्पॉट बने धारावी से कुछ दिन पूर्व समदड़ी पहुंचे थे. जिनकी कोरोना संक्रमण को लेकर स्क्रीनिंग कर रैंडम सेंपलिंग जांच करवाई गई. जिसमें दो युवकों को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर चिकित्सा विभाग सहित प्रशासन हरकत में आया. चिकित्सा विभाग ने सतर्कता बरतते हुए बाहर से आए लोगों की स्क्रीनिंग करवा कर उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया गया. साथ ही कोरोना पॉजिटिव आए मजल गांव निवासी युवक को कुछ दिनों पहले ही धारावी महाराष्ट्र से आते ही समदड़ी कस्बे के समाज कल्याण छात्रावास में क्वॉरेंटाइन किया गया था.
साथ ही ढिढस गांव के युवक को उसके घर से बालोतरा सरकारी अस्पताल में क्वॉरेंटाइन किया गया था. रैंडम सैंपलिंग जांच रिपोर्ट सोमवार को दोनों युवकों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर चिकित्सा महकमे में और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं, जिला कलेक्टर के आदेश पर तहसील प्रशासन और पुलिस ने मेडिकल दुकानों को छोड़ कस्बे की खुली सभी दुकानों को एहतियात बरतते हुए कस्बा बंद करवाया.
वहीं, बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने आदेश जारी करते हुए ढिढस गांव में धारा 144 के तहत जीरो मोबिलिटी निषेधाज्ञा के आदेश जारी किए हैं. वहीं, आदेशों का उल्लंघन करने पर दंड संहिता की धारा 188, 270 के तहत कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं.
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वहीं, सोमवार को कोरोना पॉजिटिव मिलने से कस्बे सहित आस-पास के गांवों में भी असर देखने को मिला तो वहीं समदड़ी कस्बे में सड़कें विरान हो गई. पूरी तरह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है. चप्पे-चप्पे पर आरएसी के जवान तैनात किए गए जो बेवजह फालतू घरों से निकलने वाले लोगों को वापस अपने घर भेज रहे हैं.
वहीं, कस्बे के अंदर प्रवेश करने वाले रास्तों पर लगी चेक पोस्टों पर बाहर से आने वाले वाहनों को कस्बे में प्रवेश नहीं करवाया जा रहा है. जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस विभाग और चिकित्सा विभाग पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रहा है.