बारां. जिले के अंता में आस लोगों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की नाकामी सामने आई है. अंता कस्बे के चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद होने से कस्बे में चोरी सहित अन्य दुर्घटनाओं में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. यहां लगे सीसीटीवी कैमरे 6 माह से बंद पड़े हैं. जिसके कारण कस्बे में वारदातें बढ़ गईं हैं. ऐसे में कस्बे में होने वाली धटना दुर्घटनाएं कैमरों में कैद नहीं होने के कारण आमजन को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है.
कस्बे के मुख्य चौराहों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे कुछ दिन तो सुचारू रूप से चले लेकिन बाद में बन्द हो गए. लोगों के अनुसार कैमरे पिछले 6 माह से बन्द पड़े हुए हैं. जब कि इन सीसीटीवी कैमरों के कारण पूर्व में कस्बे में हुई चोरियों के खुलासे में काफी मदद मिली थी.
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कस्बे में होने वाली घटना दुर्घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद नहीं होने के कारण आम जन को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. कस्बे के मुख्य चौराहों पर करीब 12 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. जो कुछ दिन ही चल पाए. टेक्निकल प्रॉब्लम के कारण केवल 4 कैमरे चालू हालत में हैं. कस्बे में बन्द पड़े कैमरों को लेकर सीएलजी की होने वाली बैठकों में इस मामले को कई बार प्रमुखता से उठाया गया. लेकिन इसका अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है. बता दें कि पूर्व थानाधिकारी अमर सिंह राठौड़ के प्रयास से सबसे पहले 6 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. बाद में पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने विधायक कोष से करीबन 3 लाख रुपये स्वीकृत किये गए थे. ऐसे में मुख्य चौराहों पर करीब 12 कैमरे और लगाए गए थे. जो कुछ दिन ही चल पाए और बन्द हो गए. कस्बे के लोगों ने बन्द पड़े इन कैमरों को शीघ्र चालू कराने की प्रशासन से मांग की है ताकि आमजन को राहत मिल सके.