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आजादी के बाद बांसवाड़ा के रण में पहली बार दिखेंगे 'त्रिदेव'...

लोकसभा चुनाव के तहत प्रदेश में 25 सीटों पर चुनाव होने हैं. ऐसे में बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर रोचक चुनाव होने वाला है.  बाताया जा रहा है कि यहां त्रिकोणिय मुकाबला हो सकता है. क्योंकि विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस को 2 सीटें जीतकर चौंकाने वाली नई पार्टी BTP चुनव मैदान में होगी. ऐसे में ये मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.

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Published : Mar 30, 2019, 7:46 PM IST

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बांसवाड़ा. लोकसभा चुनाव के तहत प्रदेश में 25 सीटों पर चुनाव होने हैं. ऐसे में बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर रोचक चुनाव होने वाला है. बाताया जा रहा है कि यहां त्रिकोणिय मुकाबला हो सकता है. क्योंकि विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस को 2 सीटें जीतकर चौंकाने वाली नई पार्टी BTP चुनव मैदान में होगी. ऐसे में ये मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.

बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर त्रिकोणिय मुकाबला

बता दें, 29 अप्रैल को चौथे चरण में बांसवाड़ा सीट पर चुनाव होंगे. बताया जा रहा है कि आजादी के बाद संभवत पहली बार इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है. क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस को 2 सीटें जीतकर चौंकाने वाली नई पार्टी भारतीय ट्राइबल पार्टी चुनाव मैदान में होगी. हालांकि, बीटीपी और कांग्रेस के मध्य समझौता वार्ता चल रही थी और समझौते में बांसवाड़ा सीट बीटीपी के खाते में डाले जाने की संभावना थी जो कांग्रेस द्वारा ताराचंद भगोरा को मैदान में उतारने के साथ ही लगभग खत्म हो गई है.

वहीं, इस सीट से भाजपा ने पूर्व मंत्री कनक मल कटारा पर विश्वास जताया है. भाजपा और कांग्रेस द्वारा अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही भारतीय ट्राइबल पार्टी की गतिविधियों पर राजनीतिक दल ही नहीं, आमजन की भी निगाहें टिक गई हैं. बीटीपी ने बांसवाड़ा के अलावा उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और जोधपुर में प्रत्याशी खड़े करने की घोषणा कर रखी है. अपनी घोषणा के अनुरूप पार्टी ने बाकायदा पैनल तैयार कर लिए हैं और उनकी स्कूटनी भी कर ली गई है. इसकी पुष्टी प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा ने ईटीवी को फोन पर की.

खबर है कि पार्टी नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले ही अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी. घोघरा ने बताया कि हमारे पास इन पांचों सीटों से बड़ी संख्या में दावेदारी को लेकर आवेदन आए हैं. बांसवाड़ा से लगभग एक दर्जन आवेदन पार्टी के समक्ष आए थे जिनकी स्कूटनी कर ली गई है और अगले 2 दिनों में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी. उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी पार्टी अप्रत्याशित परिणाम देगी.

बता दें, तेजी से पांव पसार रही है बीटीपी विधानसभा चुनाव में सागवाड़ा और चौरासी सीट जीतकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को चौका दिया था. इसके अलावा आसपुर सीट पर बीटीपी दूसरे स्थान पर रही थी. विधानसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद पार्टी नेता उत्साहित हैं और बड़ी तेजी से बांसवाड़ा जिले में भी पांव पसार रहे हैं. गांव, ब्लॉक स्तर पर बैठकों का दौर चला जो करीब करीब अंतिम चरण में पहुंच गया है. जनजाति वर्ग के युवा तेजी से पार्टी की और उन्मुख हो रहे हैं.


बताया जा रहा है कि पार्टी को बांसवाड़ा जिले में भी खासा समर्थन मिल रहा है. घाटोल विधानसभा से भाजपा से बगावत कर मैदान में उतरने वाले वरिष्ठ नेता नवनीत लाल निनामा बीटीपी का दामन थाम चुके हैं. वहीं, युवाओं के साथ राज कर्मचारियों की भी कदम पार्टी की ओर बढ़ रहे हैं. इसे लेकर बांसवाड़ा से विधानसभा चुनाव की तरह अप्रत्याशित नतीजे आने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष चांदमल जैन ने कहा कि बीटीपी एक सामाजिक संगठन के तौर पर विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रही लेकिन, अब लोग उनकी हकीकत जान चुके हैं. लोकसभा चुनाव में उनका कोई असर नहीं रहेगा. वहीं, भाजपा के प्रदेश मंत्री भवानी जोशी का मानना है कि समाज को तोड़कर कोई भी पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती. भाजपा के पास नरेंद्र मोदी जैसा चेहरा है इसलिए हमारी जीत सुनिश्चित है.

बांसवाड़ा. लोकसभा चुनाव के तहत प्रदेश में 25 सीटों पर चुनाव होने हैं. ऐसे में बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर रोचक चुनाव होने वाला है. बाताया जा रहा है कि यहां त्रिकोणिय मुकाबला हो सकता है. क्योंकि विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस को 2 सीटें जीतकर चौंकाने वाली नई पार्टी BTP चुनव मैदान में होगी. ऐसे में ये मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.

बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर त्रिकोणिय मुकाबला

बता दें, 29 अप्रैल को चौथे चरण में बांसवाड़ा सीट पर चुनाव होंगे. बताया जा रहा है कि आजादी के बाद संभवत पहली बार इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है. क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस को 2 सीटें जीतकर चौंकाने वाली नई पार्टी भारतीय ट्राइबल पार्टी चुनाव मैदान में होगी. हालांकि, बीटीपी और कांग्रेस के मध्य समझौता वार्ता चल रही थी और समझौते में बांसवाड़ा सीट बीटीपी के खाते में डाले जाने की संभावना थी जो कांग्रेस द्वारा ताराचंद भगोरा को मैदान में उतारने के साथ ही लगभग खत्म हो गई है.

वहीं, इस सीट से भाजपा ने पूर्व मंत्री कनक मल कटारा पर विश्वास जताया है. भाजपा और कांग्रेस द्वारा अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही भारतीय ट्राइबल पार्टी की गतिविधियों पर राजनीतिक दल ही नहीं, आमजन की भी निगाहें टिक गई हैं. बीटीपी ने बांसवाड़ा के अलावा उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और जोधपुर में प्रत्याशी खड़े करने की घोषणा कर रखी है. अपनी घोषणा के अनुरूप पार्टी ने बाकायदा पैनल तैयार कर लिए हैं और उनकी स्कूटनी भी कर ली गई है. इसकी पुष्टी प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा ने ईटीवी को फोन पर की.

खबर है कि पार्टी नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले ही अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी. घोघरा ने बताया कि हमारे पास इन पांचों सीटों से बड़ी संख्या में दावेदारी को लेकर आवेदन आए हैं. बांसवाड़ा से लगभग एक दर्जन आवेदन पार्टी के समक्ष आए थे जिनकी स्कूटनी कर ली गई है और अगले 2 दिनों में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी. उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी पार्टी अप्रत्याशित परिणाम देगी.

बता दें, तेजी से पांव पसार रही है बीटीपी विधानसभा चुनाव में सागवाड़ा और चौरासी सीट जीतकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को चौका दिया था. इसके अलावा आसपुर सीट पर बीटीपी दूसरे स्थान पर रही थी. विधानसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद पार्टी नेता उत्साहित हैं और बड़ी तेजी से बांसवाड़ा जिले में भी पांव पसार रहे हैं. गांव, ब्लॉक स्तर पर बैठकों का दौर चला जो करीब करीब अंतिम चरण में पहुंच गया है. जनजाति वर्ग के युवा तेजी से पार्टी की और उन्मुख हो रहे हैं.


बताया जा रहा है कि पार्टी को बांसवाड़ा जिले में भी खासा समर्थन मिल रहा है. घाटोल विधानसभा से भाजपा से बगावत कर मैदान में उतरने वाले वरिष्ठ नेता नवनीत लाल निनामा बीटीपी का दामन थाम चुके हैं. वहीं, युवाओं के साथ राज कर्मचारियों की भी कदम पार्टी की ओर बढ़ रहे हैं. इसे लेकर बांसवाड़ा से विधानसभा चुनाव की तरह अप्रत्याशित नतीजे आने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष चांदमल जैन ने कहा कि बीटीपी एक सामाजिक संगठन के तौर पर विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रही लेकिन, अब लोग उनकी हकीकत जान चुके हैं. लोकसभा चुनाव में उनका कोई असर नहीं रहेगा. वहीं, भाजपा के प्रदेश मंत्री भवानी जोशी का मानना है कि समाज को तोड़कर कोई भी पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती. भाजपा के पास नरेंद्र मोदी जैसा चेहरा है इसलिए हमारी जीत सुनिश्चित है.

Intro:बांसवाड़ा। 16 वी लोकसभा के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रदेश में दो चरणों में 25 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे। 29 अप्रैल को बांसवाड़ा सीट पर होने वाले चुनाव बहुत ही रोचक हो सकते हैं। आजादी के बाद संभवत पहली बार इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। गत विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस को 2 सीटें जीतकर चौंकाने वाली नई पार्टी भारतीय ट्राइबल पार्टी चुनाव मैदान में होगी। हालांकि बीटीपी और कांग्रेस के मध्य समझौता वार्ता चल रही थी और समझौते में बांसवाड़ा सीट बीटीपी के खाते में डाले जाने की


Body:संभावना थी जो कांग्रेस द्वारा ताराचंद भगोरा को मैदान में उतारने के साथ ही लगभग खत्म हो गई है। भाजपा द्वारा पूर्व मंत्री कनक मल कटारा पर विश्वास जताया गया है। भाजपा और कांग्रेस द्वारा अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही भारतीय ट्राइबल पार्टी की गतिविधियों पर राजनीतिक दल ही नहीं, आमजन की भी निगाहें टिक गई है। बीटीपी ने बांसवाड़ा के अलावा उदयपुर राजस्थान चित्तौड़गढ़ और जोधपुर में प्रत्याशी खड़े करने की घोषणा कर रखी है। अपनी घोषणा के अनुरूप पार्टी ने बाकायदा पैनल तैयार कर लिए और उनकी स्कूटनी भी कर ली बताई। ईटीवी भारत द्वारा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा से टेलीफोन पर संपर्क किया गया तो इसकी पुष्टि हो


Conclusion:हो गई की पार्टी नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी। घोघरा ने बताया कि हमारे पास इन पांचों सीटों से बड़ी संख्या मैं दावेदारी को लेकर आवेदन आए हैं। बांसवाड़ा से लगभग एक दर्जन आवेदन पार्टी के समक्ष आए थे जिनकी स्कूटनी कर ली गई है और अगले 2 दिनों में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी अप्रत्याशित परिणाम देगी। तेजी से पांव पसार रही है बीटीपी विधानसभा चुनाव में पार्टी ने सागवाड़ा और चौरासी सीट जीतकर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को चौका दिया था। इसके अलावा आसपुर सीट पर बीटीपी दूसरे स्थान पर रही थी। विधानसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद पार्टी नेता उत्साहित है और बड़ी तेजी से बांसवाड़ा जिले में भी पांव पसार रहे हैं। गांव ब्लॉक स्तर पर बैठकों का दौर चला जो करीब करीब अंतिम चरण में पहुंच गया है। जनजाति वर्ग के युवा तेजी से पार्टी की और उन्मुख हो रहे हैं। 200000 मतदाताओं का पाया था आशीर्वाद विधानसभा चुनाव परिणामों का विश्लेषण करने पर सामने आता है कि बीटीपी ने दोनों ही दिनों में आसपुर को छोड़कर करीब 200000 लोगों का आशीर्वाद पाने में सफलता हासिल की थी। आसपुर को छोड़कर डूंगरपुर जिले के 3 विधानसभा क्षेत्रों से लगभग 140000 मतदाताओं ने पार्टी को वोट दिया वहीं बांसवाड़ा जिले में बी पार्टी को खासा समर्थन मिला। घड़ी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी 23000 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। हालांकि पार्टी ने बांसवाड़ा और कुशलगढ़ में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे लेकिन 3 अन्य विधानसभाओं से कुल मिलाकर पार्टी प्रत्याशी 40,000 से अधिक मत लाने में सफल रहे। कुल मिलाकर वोटों पर नजर डालें तो बीटीपी छह विधानसभाओं से करीब 172000 मत लाने में सफल रही। इन चुनाव के बाद से ही पार्टी जी जान से लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जुट गई। बताया जाता है कि पार्टी को बांसवाड़ा जिले में भी खासा समर्थन मिल रहा है। घाटोल विधानसभा से भाजपा से बगावत कर मैदान में उतरने वाले वरिष्ठ नेता नवनीत लाल निनामा बीटीपी का दामन थाम चुके हैं वहीं युवाओं के साथ राज कर्मचारियों की भी कदम पार्टी की ओर बढ़ रहे हैं। इसे लेकर बांसवाड़ा से विधानसभा चुनाव की तरह अप्रत्याशित नतीजे आने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस जिला अध्यक्ष चांदमल जैन ने कहा कि बीटीपी एक सामाजिक संगठन के तौर पर विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रही लेकिन अब लोग उनकी हकीकत जान चुके हैं। लोकसभा चुनाव में उनका कोई असर नहीं रहेगा वहीं भाजपा के प्रदेश मंत्री भवानी जोशी का मानना है कि समाज को तोड़कर कोई भी पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती। भाजपा के पास नरेंद्र मोदी जैसा चेहरा है अतः हमारी जीत सुनिश्चित है।
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