बांसवाड़ा. सरकार 1 मार्च से योजना के अनुरूप भत्ता देने की घोषणा कर रही है जबकि गिने चुने पुराने पंजीकृत बेरोजगारों को लंबे समय से भत्ता नहीं मिल पाया है. आंकड़ों के अनुसार पिछले 5 माह से बेरोजगार युवक भत्ते को लेकर रोजगार कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें मात्र आश्वासन दिए जा रहे हैं. हालांकि बजट आवंटन हो गया है परंतु सर्वर की धीमी चाल के चलते अब विभाग ने भी मामला साइट के सिर मठ दिया है. जिला रोजगार कार्यालय के आंकड़े बताते हैं कि जिले में कुल 7369 बेरोजगार है.
जानकारी के मुताबिक यह सब ऑफलाइन पंजीकृत है. इनमें पांचवी क्लास से लेकर स्नातक और स्नातकोत्तर पास युवा वर्ग के लोग शामिल हैं. अशोक गहलोत सरकार से पूर्व राजस्थान के मूल निवासी और स्नातक उत्तीर्ण को बेरोजगारी भत्ता देने का प्रावधान था. योजना के अनुसार 2 साल तक दिए जाने वाले इस भत्ते के अंतर्गत महिला वर्ग को 750 और पुरुष को ₹650 दिए जाने का प्रावधान है. बांसवाड़ा जिले पर नजर डाले तो योजनांतर्गत 121 युवा पंजीकृत बेरोजगार दर्ज है. सूत्रों के अनुसार इन युवाओं को अगस्त के बाद अब तक पत्ते का भुगतान नहीं किया गया है. बड़ी संख्या में पंजीकृत बेरोजगार भत्ते को लेकर कार्यालय भी पहुंचते हैं, लेकिन अब तक विभाग बजट नहीं होने की दुहाई दे रहा था.
जानकारी के अनुसार, रोजगार कार्यालय को अब बजट का भी आवंटन हो गया है लेकिन अब तक पात्र बेरोजगारों के खाते में भत्ता राशि नहीं पहुंच पाई है. जिला रोजगार अधिकारी का काम संभाल रहे कार्यालय अधीक्षक धर्मेंद्र निनामा ने माना कि बजट आ चुका है लेकिन साइट काम नहीं कर रही है. इस कारण राशि अभ्यर्थियों के खाते में नहीं डल पा रहा है. सभी बिल बना लिए गए हैं और शीघ्र ही राशि उनके खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी.
आपको बता दें, गहलोत सरकार बेरोजगारों को 3000 से लेकर ₹3500 देने जा रही है. हालांकि अब तक इस संबंध में कोई गाइडलाइन नहीं आई है. लेकिन बेरोजगारी भत्ते को देखते हुए जिले में ऑनलाइन पंजीयन का आंकड़ा 15000 क्रॉस हो गया है. यह आंकड़ा और भी बढ़ने की संभावना है.