बांसवाड़ा. जिले में रह रहे 3 हजार 835 होम आइसोलेटेड लोगों के घरों पर अब चिकित्सा विभाग की टीम पहुंचेगी. साथ ही उनके लिए खाना-पानी दवाएं या अन्य प्रकार की कोई भी सुविधा की आवश्यकता होगी उसका इंतजाम करेगी. इसके निर्देश रविवार को बांसवाड़ा पहुंचे जिले के प्रभारी सचिव नारायण लाल मीणा ने कलेक्टर और अन्य अधिकारियों को दिए हैं. जबकि अभी तक यहीं होता आया है कि आइसोलेट करने के बाद पीड़ित स्वयं ही दवा अन्य व्यवस्थाएं करता है.
बता दें कि रविवार को बांसवाड़ा के दौरे पर आए प्रभारी सचिव नारायण लाल मीणा ने पहली मीटिंग में यही निर्देश दिए. उसके बाद कोविड केयर सेंटर का दौरा किया. वहीं, बांसवाड़ा में कोविड-19 का कहर अत्यधिक बढ़ता जा रहा है और स्थिति यह है कि इस समय 8000 से ज्यादा संख्या पहुंच चुकी है. जिसमें 3835 रोगी होम आइसोलेटेड है. जबकि करीब 200 रोगियों का उपचार चिकित्सकों की देखरेख में अस्पताल में चल रहा है.
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इसके अलावा प्रभारी सचिव ने जो आदेश दिए हैं वह कोविड-19 लोगों के लिए बेहद जरूरी और आवश्यक है. कारण आदिवासी बहुल क्षेत्र में कई बार कोई व्यक्ति पॉजिटिव आ जाता है तो फिर दोबारा अस्पताल जाता ही नहीं है.
स्थानीय स्तर पर झोलाछाप डॉक्टर तक से अपना उपचार करा लेता है. अब जब एक बार प्रशासन और चिकित्सा विभाग की टीम पॉजिटिव रोगी को टटोलने की तो निश्चित रूप से कुछ न कुछ अच्छे ही परिणाम निकलेंगे.