बांसवाड़ा. रसद विभाग की ओर से हर माह अंत्योदय परिवारों को निर्धारित चीनी के आवंटन के बाद भी आज स्थिति यह है कि करीब 1,560 क्विंटल चीनी नागरिक आपूर्ति विभाग के गोदाम में पड़ी है. जबकि 80 क्विंटल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. लेकिन, उसका भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया.
हालांकि, प्रदेश के अन्य कई जिलों में भी खाद्य आपूर्ति निगम के अधिकारियों द्वारा मांग के मुकाबले अधिक चीनी भेजी गई थी. अधिकारियों का तो बाल भी बांका नहीं हुआ, लेकिन गरीबों के नाम पर खरीदी गई चीनी में से अकेले बांसवाड़ा में ही लगभग 80 क्विंटल शक्कर पूरी तरह से खराब हो गई. मामला सरकार के सामने आया तो गत माह विभागीय बैठक में स्टॉक में पड़ी शक्कर अन्य जिलों को भेजने का निर्णय लिया गया. हैरत की बात यह है कि करीब डेढ़ माह बाद भी उक्त शक्कर जरूरतमंद जिलों को नहीं पहुंचाई जा सकी. क्योंकि विभाग की ओर से इस संबंध में अब तक कोई आदेश जारी नहीं किए गए हैं. इसके चलते स्टॉक में पड़ी चीनी के भी खबाब होने के आसार हैं.
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सूत्रों की मानें तो बाकी पड़ी शक्कर को भी शीघ्र ही हटाया नहीं गया तो इस शक्कर को भी पशुपालन विभाग के जरिए नीलाम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहेगा. इधर, इस मामले में जब जिला रसद अधिकारी हजारीलाल अलोरिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि स्टॉक शक्कर के संबंध में आदेश का इंतजार किया जा रहा है. आदेश जारी होते ही शक्कर को जरूरत वाले जिलों के लिए भेजा जाएगा. उन्होंने माना कि 80 क्विंटल शक्कर खराब हो चुकी है. जिसे पशुओं के लिए नीलाम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.