बांसवाड़ा. जिले में सदर थाना अंतर्गत वाका गांव की एक महिला की संदिग्ध दशा में मौत के मामले में एक पखवाड़े भर बाद भी पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है. इसपर मृतका के पीहर पक्ष के लोग मंगलवार को एसपी ऑफिस पहुंचे और ससुराल पक्ष पर हत्या का अंदेशा जताते हुए कार्रवाई करने की गुहार लगाई. साथ ही आवश्यक कार्रवाई के आश्वासन पर परिजन ग्रामीणों के साथ अपने गांव लौटे हैं.
ये है मामला..
मामला 4 अक्टूबर की रात का है, जहां तलवाड़ा की पूर्व प्रधान प्रज्ञा गरासिया के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक के नाम परिवाद में लाबु चरपोटा ने बताया कि उसकी पुत्री रेखा के घर वालों ने देर रात सूचना दी कि उसकी पुत्री की तबीयत बिगड़ गई है और उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय लाया गया है.
इसके बाद जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. साथ ही परिवाद में आरोप लगाया गया है कि रेखा के शरीर पर चोटों के निशान थे जबकि ससुराल पक्ष के लोगों ने जहरीले पदार्थ के खाने से उसकी तबीयत बिगड़ना बताया था. जिसपर गांव के लोगों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचे लाबु चरपोटा ने आरोप लगाया है कि 4 अक्टूबर को ही उसकी पुत्री ने फोन पर बताया कि उसे प्रताड़ित किया जा रहा है. परिवाद के अनुसार रेखा के पति के किसी अन्य महिला से संबंध थे.
इस कारण रेखा को प्रताड़ित किया जा रहा था. इससे पहले भी दहेज की मांग को लेकर रेखा को काफी परेशान किया गया है. इसपर वह अपनी पुत्री को घर ले आया लेकिन बाद में राजेंद्र ने माफी मांगी और राजीनामा कर उसे अपने घर ले गया.
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साथ ही परिवाद में उसने अपनी पुत्री की हत्या का अंदेशा जताते हुए दामाद राजेंद्र सहित ससुराल पक्ष के 7 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की गुहार लगाई है. मृतका के चचेरे भाई देव जी डामोर ने बताया कि रिपोर्ट देने के बाद भी पुलिस जांच नहीं कर रही है. जबकि रेखा की हत्या की गई थी. इसपर सहायक पुलिस अधीक्षक राजर्षि वर्मा ने मामले में आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया इसके बाद ही परिवार के लोग वहां से लौटे.