बांसवाड़ा. कुशलगढ़ पंचायत समिति के प्रधान के चुनाव 15 जुलाई को होने जा रहे हैं. एकमात्र निर्दलीय सदस्य के पाला बदलने के साथ ही आजादी के बाद पहली बार भाजपा द्वारा प्रधान पद पर जीत की संभावना बन रही है. वहीं कांग्रेस निराश तो है लेकिन अपने स्तर पर संख्या बल जुटाने के प्रयास में है.
विधानसभा चुनाव 2018 में प्रधान रमिला खड़िया बतौर निर्दलीय कुशलगढ़ से चुनकर विधानसभा पहुंचने में कामयाब रही. उसके बाद से प्रधान पद रिक्त चल रहा था. संख्या बल पर नजर डाले तो 17 सदस्यों वाली इस पंचायत समिति में भाजपा और कांग्रेस के खाते में आठ-आठ वार्ड है. एक वार्ड से चंपा देवी निर्दलीय चुनाव जीत कर पंचायत समिति पहुंची. चंपा देवी के सहयोग से ही रमिला खड़िया 2014 में प्रधान निर्वाचित हो पाई.
पांच पद हो गए खाली
प्रधान रमिला खड़िया चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंच गई. वहीं चार अन्य वार्ड के पद विभिन्न कारणों से खाली चल रहे थे. जून में चुनाव आयोग ने प्रधान पद का चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया, लेकिन विधायक खड़िया द्वारा 5 पद खाली होने की दुहाई देते हुए आयोग को पत्र भेजा गया था. उसके बाद आयोग ने प्रधान पद के चुनाव का कार्यक्रम निरस्त कर दिया. जून में हुए पंचायत राज उपचुनाव में 5 में से 3 पद कांग्रेस के खाते में गए. वहीं 2 वार्ड भाजपा जीत गई. इसके साथ ही भाजपा और कांग्रेस फिर बराबरी पर आ गए और सत्ता की कुंजी निर्दलीय चंपा देवी के हाथ में ही रही.
चंपा देवी ने बदला पाला
निर्वाचन विभाग द्वारा प्रधान पद के उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित करने के बाद भाजपा संख्या बल जुटाने में लग गई और उसे सफलता भी हाथ लगी. पार्टी नेता निर्दलीय चंपा देवी को पार्टी के पाले में लाने में कामयाब रहे और गत दिनों चंपा देवी को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवा दी. इसके साथ ही भाजपा की राह आसान हो गई.
भाजपा का रास्ता साफ, कांग्रेस कठिनाई में
15 जुलाई को होने वाले प्रधान पद के चुनाव में फिलहाल संख्या बल के हिसाब से भारतीय जनता पार्टी सत्ता की दहलीज पर पहुंच सकती है. चंपा देवी को मिलाकर पार्टी के पास 9 सदस्यों का समर्थन है. जबकि कांग्रेस 8 सदस्यों के साथ दूसरे नंबर पर है. प्रत्यक्ष तौर पर फिलहाल भाजपा जीत के करीब मानी जा रही है. वहीं कांग्रेस निर्दलीय सदस्य द्वारा साथ छोड़ने के बाद निराशा में नजर आ रही है.
भाजपा बोली, जीत सुनिश्चित तो कांग्रेस ने भी नहीं डाले हथियार
भाजपा के जिलाध्यक्ष मनोहर त्रिवेदी का कहना है कि जीत हमारी सुनिश्चित है. धीरे-धीरे चंपा देवी द्वारा पार्टी ज्वाइन करने के साथ ही आजादी के बाद पहली बार कुशलगढ़ में हमारा प्रधान बनने जा रहा है. वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष चांदमल जैन के अनुसार जिस प्रकार भाजपा निर्दलीय को साथ में लाने में कामयाब रही उसी प्रकार हम भी संख्या बल जुटाने के प्रयास में हैं. प्रधान पद हम जीतने में कामयाब होंगे. फिलहाल दोनों ही पार्टियों के दावों के बीच लोगों की नजरें 15 जुलाई को होने वाले चुनाव पर टिकी है.