घाटोल (बांसवाड़ा). जिले में शुक्रवार को सेव द चिल्ड्रन, वाग्धारा संस्था, बाल अधिकारिता विभाग और बाल कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति का आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन पंचायत समिति सभागार घाटोल में संपन्न हुआ. कार्यशाला की अध्यक्षता विकास अधिकारी, सदस्य बाल कल्याण समिति, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, प्रबन्धक, सेव द चिल्ड्रन के आथित्य मे सम्पन्न हुई.
'सेव द चिल्ड्रन' के सहायक प्रबन्धक पंकज तिवारी ने बताया कि उक्त आमुखीकरण कार्यशाला का उद्देश्य समेकित बाल सरंक्षण योजना और किशोर न्याय, बालको की देख रेख और सरंक्षण अधिनियम 2015 की पालना में उक्त समिति को प्रभावी संचालन और क्रियाशील करने के मद्देनजर किया गया. प्रारम्भ में विकास अधिकारी मुला राम सोलंकी की ओर से सभी अधिकारियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया गया.
इस दौरान घाटोल ब्लॉक में बच्चो की स्थिति से अवगत करवाते हुए सभी को समेकित रूप से प्रयास करने पर जोर दिया. तत्पश्चात सेव द चिल्ड्रन के दिनेश कुमार की ओर से ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति का उद्देश्य, संरचना कार्य और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला. इसके साथ ही बच्चों से जुड़े हुए मुद्दो पर समस्त प्रतिभागियों को जानकारी देकर अवगत करवाया.
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कार्य शाला में वक्ता विशेषज्ञ और सदस्य बाल कल्याण समिति मधुसुदन व्यास की ओर से समिति के समक्ष प्रस्तुत कठिन परिस्थितियों और जोखिम वाले बच्चों की स्थिति, दुर्दशा आदि का जिक्र किया गया. इस मौक पर व्यास ने अपने उद्बोधन में इस बात पर जोर दिया की ग्राम पंचायत स्तरीय बाल सरंक्षण समितियों का गठन और नियमित बैठक और पंचायतवार सभी के देखभाल और सरंक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की सूची संधारित करने और प्रत्येक पंचायत की बाल सरंक्षण कार्ययोजना तैयार करने और इसी तर्ज पर ब्लॉक स्तरीय बाल सरंक्षण समिति की योजना का निर्माण हो, ताकि जिले में ऐसे संकटग्रस्त बच्चों को उचित पुनर्वास और उनके अधिकारों की रक्षा हो सके.
इस दौरान कार्यशाला में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी महेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि ऐसे बच्चे जो शिक्षा से वंचित है उनको मुख्य धारा से जोड़ने हेतु पंचायत राज प्रतिनिधियों को अपनी अहम भूमिका निर्वहन करनी होगी ताकि हमारे जनजाति बाहुल्य क्षेत्र मे बच्चों को उचित विकास के अवसर प्रदान किए जा सके. इसके साथ ही कार्यशाला मे विभिन्न ग्राम पंचायतों से आए हुए सरपंचों ने अपने की ओर से सामाजिक सुरक्षा अभियान मे विभिन्न कार्यों और उपलब्धियों से सदन को अवगत करवाया और बाल संरक्षण समितियों को सुदृढ़ करने हेतु शपथ ली.
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इसके साथ ही कार्यशाला कि अध्यक्षता करते हुए हरकू देवी ने समस्त सरपंचो और ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य सरकार कि मंशानुसार ऐसे बच्चे जो कठिन परिस्थितियों मे जीवन यापन कर रहे हैं उनका चिन्हिकरण करना सुनिश्चित करें, ताकि हमारी आगामी माह में ब्लॉक स्तरीय बाल संरक्षण समिति मे बच्चों हेतु संभावित कार्ययोजना तैयार की जा सके. कार्यशाला में चाइल्ड लाइन के कमलेश बुनकर ने चाइल्ड हेल्प लाइन के बारें मे जानकारी प्रदान की और ऐसे मुसीबत मे जीवन यापन करने वाले बच्चों हेतु बाल संरक्षण समितियों के साथ कार्य करने की योजना साझा की.
इसक साथ ही कार्यशाला में बच्चो को बाल भय मुक्त वातावरण उपलब्ध कराने और बच्चों को उपलब्ध सेवाओं से जोड़ने के लिए सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया गया. कार्यशाला में समस्त ग्राम पंचायतो के सरपंच, सचिव सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी, अतिरिक्त विकास अधिकारी और सेव द चिल्ड्रन के कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन हेमंत आचार्य ने किया और धन्यवाद ज्ञापित उपप्रधान मांगी लाल जैन ने किया.