रामगढ़ (अलवर). जिले के रामगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के दोहली गांव निवासी मुकेश जाटव के अपहरण के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मामले को लेकर गांव के सैकड़ों लोग सोमवार को रामगढ़ थाना पहुंचे और धरना शुरू कर दिया. वहीं, थाने पर धरना देने की सूचना के बाद उद्योग नगर थाना पुलिस और डीएसपी मौके पर पहुंचे. इसके बाद रामगढ़ के पूर्व विधायक जुबेर खान भी पहुंचे और 2 दिन के अंदर मामला का खुलासा होने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने धरना स्थगित कर दिया.
गौरतलब है कि 22 अक्टूबर को दोहली गांव निवासी मुकेश जाटव का अपहरण हो गया था और यह अपहरण किसी विवाद के चलते पड़ोसी गांव के काला का बास के युवक ने किया था. वहीं, इसकी शिकायत भी रामगढ़ थाने में दर्ज कराई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उधर, अब तक कार्रवाई नहीं होने के बाद ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया और धरना शुरू कर दी.
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वहीं, मुकेश जाटव के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया फिर उन्हें छोड़ दिया. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस अभी तक सीसीटीवी कैमरे भी नहीं खंगाले हैं. वहीं, ग्रामीणों ने थाना प्रभारी पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. पीड़ित बृज लाल और ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस आरोपी नरेश से पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया है.
बता दें कि धरने की सूचना मिलने पर पूर्व विधायक जुबेर खान मौके पर पहुंचे. जुबेर खान ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि टेलीफोन की रिकॉर्ड कॉल के आधार पर और सीसीटीवी कैमरा देखने के बाद 2 दिन में इस मामले में खुलासा हो जाएगा. वहीं, पूर्व विधायक के आश्वासन के बाद ही ग्रामीण माने और अपना धरना समाप्त किया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 2 दिन में मुकेश का सुराग नहीं मिला तो पूरा गांव रामगढ़ थाने का घेराव करेंगे.
मामले को लेकर रामगढ़ के थाना अधिकारी भरत लाल महर ने बताया कि मामले में जिन संदिग्ध लोगों के नाम आए थे उनसे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि अलवर और रामगढ़ के बीच के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है. महर ने बताया कि पुलिस मामले में 3 टीमों का गठन कर दी है और मुकेश की गहनता से तलाश कर रही है.