अलवर. दिल्ली जयपुर के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 24 मार्च तक जयपुर पहुंचने की संभावना है. अगर सब ठीक रहा तो मार्च महीने के अंत या अप्रैल महीने की शुरुआत में वंदे भारत ट्रेन के शुरू हो जाएगी, हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है. इस ट्रेन का रूट, अन्य रूटों से बिल्कुल अलग होगा. चेन्नई स्थित रेल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बे बनकर तैयार खड़े हैं. ट्रेन संचालन के लिए स्टाफ को ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है.
बता दें कि दिल्ली जयपुर के बीच रोजाना हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं. जयपुर, अलवर, अजमेर के आसपास के जिलों में पर्यटकों की संख्या भी ज्यादा रहती है. ऐसे लोगों के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन वरदान साबित होगी. वंदे भारत ट्रेन शुरू होने से दिल्ली से जयपुर के बीच का सफर लगभग 3 घंटे में तय कर सकेंगे. रेवाड़ी से अलवर जंक्शन पर ट्रेन के ठहराव की योजना प्रस्तावित है. जयपुर दिल्ली के बीच यह पहली वंदे भारत ट्रेन होगी, जिसमें 2 एक्जीक्यूटिव चेयर कार समेत 16 कोच होंगे. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि चेन्नई में स्थित कोच फैक्ट्री के यार्ड में वंदे भारत ट्रेन तैयार खड़ी है. 24 मार्च तक ट्रेन जयपुर पहुंच जाएगी. वर्तमान में जयपुर में ट्रेन की मरम्मत के लिए मेंटेनेंस शेड भी बनकर तैयार हो चुका है.
अधिकारियों के अनुसार वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए जरूरी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इसके लिए रेलवे ट्रैक की मरम्मत भी की जा चुकी है. रेलवे के अधिकारी व कर्मचारी भी पूरी तरह से तैयार हैं. अलवर जंक्शन पर ट्रेन को रोकने के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे की तरफ से प्रस्ताव तैयार करके रेलवे बोर्ड को भेजा गया है. अलवर जंक्शन पर ट्रेन के ठहराव से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. एक घंटे में अलवर से दिल्ली या जयपुर का सफर तय हो सकेगा.
वंदे भारत ट्रेन शुरुआत के बाद दिल्ली से जयपुर की यात्रा महज 3 घंटे में तय होगी. दिल्ली-जयपुर वंदे भारत ट्रेन अप्रैल माह से पहले शुरू होने की संभावना ज्यादा है. हालांकि अभी ट्रेन के शुरू होने की तय तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. इस ट्रेन को सप्ताह में छह दिन चलाए जाने की उम्मीद है. एक दिन मेंटेनेंस वर्क के लिए रखा गया है. ट्रेन के टिकटों की कीमत की भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि किराया 850 रुपये से 1000 रुपये के बीच होगा. एक्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया सामान्य चेयर कार से दोगुना होने की उम्मीद है. फिलहाल ट्रेन के आधिकारिक रूट की घोषणा नहीं हुई है. लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि दौसा, अलवर, रेवाड़ी रेल मार्ग पर ट्रेन का संचालन हो सकता है.