अलवर. जिले में मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के हल्दीना गांव में बकरी चराने गए दो बच्चों की जोहड़ में डूबने से मौत हो गई. जैसे ही घटना की जानकारी ग्रामीणों को लगी तो पूरे गांव में मातम छा गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से दोनों शवों को बाहर निकालकर मालाखेड़ा अस्पताल ले गई. जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. लेकिन परिजनों ने मृतकों के पोस्टमार्टम नहीं कराने के लिए लिखित में मांग की. जिसकी वजह से दोनों बच्चों के शव बिना पोस्टमार्टम कराए ही परिजनों को सुपुर्द कर दिए गए.
दरअसल, बकरी चराने के लिए गए हल्दीना गांव के रहने वाला 11 साल का जयसिंह पुत्र गुलाब बंजारा और अंजुम पुत्र तैयब फकीर नाहने के लिए जोहड़ में कूद गए. लेकिन दोनों में से किसी को भी तैरना नहीं आता था. जिसकी वजह से वो नाहते-नाहते पानी में डूब गए और दोनों की मौत हो गई. वहीं, मृतकों के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है. मृतक जयसिंह के पिता गुलाब सिंह का कहना है कि, वो अपनी मर्जी से पोस्टमार्टम नहीं करवा रहे हैं. साथ ही मृतक अंजुम के पिता तैयब ने कहा कि वो पोस्टमार्टम कराकर अपने बच्चे की मिट्टी खराब नहीं करना चाहते.
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दोपहर बाद सूचना पाकर मालाखेड़ा एसडीएम अनुराग हरित, मालाखेड़ा तहसीलदार खेमचंद सैनी और मालाखेड़ा थानेदार सहित डीएसपी ग्रामीण सपात खान हल्दिना गांव में पहुंच गए. उसके बाद वो मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए मालाखेड़ा लाए. जहां मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में उनका पोस्टमार्टम नहीं हुआ और परिजन दोनों बच्चों की डेड बॉडी को लेकर चले गए.