रामगढ़ (अलवर). लॉकडाउन के दौरान जहां एक ओर मजदूर पलायन कर रहे हैं. वही, दूसरी और रामगढ़ के निवाली गांव स्थित ईट भट्टे पर रुके मजदूरों से मुनिम ने रात को मारपीट कर उन सभी को बाहर निकाल दिया. जिसके बाद मजदूर शुक्रवार देर रात को पैदल ही अपने राज्य उत्तर प्रदेश के लिए चल दिए. मजदूरों पर कस्बावासियों की नजर पड़ी तो उन्होंने रामगढ़ थाने में इसकी खबर दी.
दरअसल, नीवाली गांव में स्थित स्टील ब्रिक्स नाम से संचालित ईट भट्टे से शुक्रवार देर रात को 4 बच्चें और महिलाओं सहित 6 मजदूरों को भट्टे का संचालक मुनीम राजेश ने मारपीट कर बाहर भगा दिया. यह मजदूर करीब 8 माह से इस भट्टे पर काम कर रहे थे. मारपीट के बाद सभी रात को पैदल ही अपने राज्य उत्तर प्रदेश जाने के लिए चल दिए.
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बताया जा रहा है, कि जब मजदूर रामगढ़ कस्बे के समीप पहुंचे तो भाजपा के मंडल अध्यक्ष गोविंद सिंह और एक कांग्रेसी कार्यकर्ता नवप्रीत सिंह ने इन्हें देख लिया. जिसके बाद उन्होंने इस मामले को लेकर पुलिस को अवगत कराया. पीड़ित मजदूर भोलू ने बताया, कि भट्टे के मुनीम राजेश और चौकीदार सुब्बा ने उनके साथ मारपीट की है.
शुक्रवार की रात करीब 10:00 बजे यह सभी गोविंदगढ़ मोड़ पहुंचे. उनके साथ 2 साल का बच्चा युवराज दूसरा मजदूर सनी उसकी पत्नी मीनू और दो बच्चे अंकित और बीपी अंधेरे में ही पैदल चले जा रही थे. जिसके बाद इन सभी मजदूरों को रामगढ़ थाने लाया गया.