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दिल्ली-अलवर की दूरी होगी कम! सेमी हाई स्पीड ट्रेन के पहले चरण का काम 2024 में होगा पूरा

देश की राजधानी दिल्ली और अलवर की दूरी अब कम होगी. सेमी हाई स्पीड ट्रेन के पहले चरण का काम 2024 में पूरा होगा. इस रेल परियोजना से अलवर जिले के सभी औद्योगिक क्षेत्र सीधे तौर पर जुड़ेंगें. इसका फायदा आम आदमी को मिलेगा.

semi high speed train work in Alwar
दिल्ली-अलवर की दूरी होगी कम!
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Published : Feb 7, 2023, 1:50 PM IST

अलवर. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के आसपास शहर को आपस में जोड़ने के लिए सेमी-हाई स्पीड रेल नेटवर्क तैयार किया जा रहा है. दिल्ली-अलवर आरआरटीएस समेत पहले चरण में तीन प्रमुख क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी को गुड़गांव, रेवाड़ी और अलवर को हरियाणा और राजस्थान के आसपास के क्षेत्रों से जोड़ा जाएगा. दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी अर्बन कॉम्प्लेक्स आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए प्री-कंस्ट्रक्शन का काम शुरू हो गया है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड के अनुसार, दिल्ली-अलवर आरआरटीएस के 107 किमी लंबे खंड को जल्द ही केंद्र की मंजूरी मिलने की उम्मीद है.

सेमी-हाई स्पीड रेल 105 किमी/प्रति घंटा की औसत गति से चलेगी. साथ ही 160 किमी/घंटा की रफ्तार से अधितम गति तक दौड़ सकेगी. ट्रेन के शुरू होने के बाद दिल्ली से अलवर पहुंचने में 104 मिनट का समय लगेगा. इस योजना में पहले चरण का काम 2024 तक पूरा होगा. पहले चरण में कुल 16 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. इनमें से 11 स्टेशन एलिवेटिड पर होगा, जबकि 5 अंडरग्राउंड होंगे.

पढ़ें: कोटा होकर चलेगी वंदे भारत ट्रेन! उदयपुर से जयपुर के बीच चलने की समय सारणी सोशल मीडिया पर वायर

पहले फेस में होंगे यह स्टेशन: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड के अनुसार, सराय काले खां से शुरू होकर ट्रेन आईएनए, मुनिरका और दिल्ली में एयरोसिटी होते हुए भूमिगत यात्रा करेगी. गुरुग्राम में स्टॉप उद्योग विहार, गुड़गांव सेक्टर 17, राजीव चौक और खेरकी दौला होंगे. पहले चरण में बनने वाले अन्य स्टेशनों में मानेसर, पंचगांव, बिलासपुर चौक, धारूहेड़ा, एमबीआईआर, रेवाड़ी, बावल और एसएनबी हैं.

2024 में होगा का पूरा: एनसीआर योजना बोर्ड के अनुसार, पहले चरण का काम 2024 तक पूरा होगा. अप्रैल 2025 तक विस्तार चालू होना चाहिए. दिल्ली-अलवर आरआरटीएस के लिए अंतिम विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को जून 2018 में हरियाणा सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था. एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गुड़गांव- दिसंबर 2018 में शाहजहांपुर-नीमराना-बहरोड़ खंड (चरण 1) मई 2022 में गुड़गांव में पूर्व निर्माण कार्य शुरू हुआ था.

पढ़ें: Vande Bharat Express: इंदौर-जयपुर के बीच चलेगी वंदे भारत ट्रेन, देखें टाइम टेबल

दूसरे फेस में होगा यह काम: एसएनबी से सोतानाला तक कनेक्टिविटी दिखाई मिलेगी. इस दौरान स्टेशन शाहजहांपुर, नीमराना, बहरोड़ और सोतानाला होंगे. अंतिम तीसरे चरण में खैरथल और अलवर स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. दिल्ली-अलवर आरआरटीएस पहले पांच स्टेशनों में दिल्ली मेट्रो की पिंक, येलो, मैजेंटा और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइनों के साथ कनेक्टिविटी मिलेगी.

अलवर के औद्योगिक क्षेत्र आपस में जुड़ेंगे: इस योजना से अलवर के शाजापुर, बहरोड़, नीमराना तिवारी समेत सभी औद्योगिक क्षेत्र जुड़ेंगे. अलवर के औद्योगिक क्षेत्रों में लाखों श्रमिक काम करते हैं. दिल्ली और आसपास के क्षेत्र से प्रतिदिन हजारों श्रमिक रोजगार के लिए अलवर आते हैं. वहीं, प्रतिदिन एनसीआर के कई शहरों में जाते हैं. सेमी हाई स्पीड ट्रेन के शुरू होने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.

अलवर. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के आसपास शहर को आपस में जोड़ने के लिए सेमी-हाई स्पीड रेल नेटवर्क तैयार किया जा रहा है. दिल्ली-अलवर आरआरटीएस समेत पहले चरण में तीन प्रमुख क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी को गुड़गांव, रेवाड़ी और अलवर को हरियाणा और राजस्थान के आसपास के क्षेत्रों से जोड़ा जाएगा. दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी अर्बन कॉम्प्लेक्स आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए प्री-कंस्ट्रक्शन का काम शुरू हो गया है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड के अनुसार, दिल्ली-अलवर आरआरटीएस के 107 किमी लंबे खंड को जल्द ही केंद्र की मंजूरी मिलने की उम्मीद है.

सेमी-हाई स्पीड रेल 105 किमी/प्रति घंटा की औसत गति से चलेगी. साथ ही 160 किमी/घंटा की रफ्तार से अधितम गति तक दौड़ सकेगी. ट्रेन के शुरू होने के बाद दिल्ली से अलवर पहुंचने में 104 मिनट का समय लगेगा. इस योजना में पहले चरण का काम 2024 तक पूरा होगा. पहले चरण में कुल 16 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. इनमें से 11 स्टेशन एलिवेटिड पर होगा, जबकि 5 अंडरग्राउंड होंगे.

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पहले फेस में होंगे यह स्टेशन: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड के अनुसार, सराय काले खां से शुरू होकर ट्रेन आईएनए, मुनिरका और दिल्ली में एयरोसिटी होते हुए भूमिगत यात्रा करेगी. गुरुग्राम में स्टॉप उद्योग विहार, गुड़गांव सेक्टर 17, राजीव चौक और खेरकी दौला होंगे. पहले चरण में बनने वाले अन्य स्टेशनों में मानेसर, पंचगांव, बिलासपुर चौक, धारूहेड़ा, एमबीआईआर, रेवाड़ी, बावल और एसएनबी हैं.

2024 में होगा का पूरा: एनसीआर योजना बोर्ड के अनुसार, पहले चरण का काम 2024 तक पूरा होगा. अप्रैल 2025 तक विस्तार चालू होना चाहिए. दिल्ली-अलवर आरआरटीएस के लिए अंतिम विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को जून 2018 में हरियाणा सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था. एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गुड़गांव- दिसंबर 2018 में शाहजहांपुर-नीमराना-बहरोड़ खंड (चरण 1) मई 2022 में गुड़गांव में पूर्व निर्माण कार्य शुरू हुआ था.

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दूसरे फेस में होगा यह काम: एसएनबी से सोतानाला तक कनेक्टिविटी दिखाई मिलेगी. इस दौरान स्टेशन शाहजहांपुर, नीमराना, बहरोड़ और सोतानाला होंगे. अंतिम तीसरे चरण में खैरथल और अलवर स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. दिल्ली-अलवर आरआरटीएस पहले पांच स्टेशनों में दिल्ली मेट्रो की पिंक, येलो, मैजेंटा और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइनों के साथ कनेक्टिविटी मिलेगी.

अलवर के औद्योगिक क्षेत्र आपस में जुड़ेंगे: इस योजना से अलवर के शाजापुर, बहरोड़, नीमराना तिवारी समेत सभी औद्योगिक क्षेत्र जुड़ेंगे. अलवर के औद्योगिक क्षेत्रों में लाखों श्रमिक काम करते हैं. दिल्ली और आसपास के क्षेत्र से प्रतिदिन हजारों श्रमिक रोजगार के लिए अलवर आते हैं. वहीं, प्रतिदिन एनसीआर के कई शहरों में जाते हैं. सेमी हाई स्पीड ट्रेन के शुरू होने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.

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