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अलवर: बहरोड़ मामले में अलवर पुलिस पर उठे सवाल, थाने पर लगे सीसीटीवी कैमरे मिले खराब

लोगों को सवालों में घेरने वाली पुलिस बहरोड़ मामले में खुद सवालों में घिर चुकी है. बहरोड़ थाने में थाने के सामने और न्यायालय के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे घटना के बाद जांच पड़ताल में खराब मिले. ऐसे में बहरोड़ पुलिस पर कई तरह की लापरवाही के सवाल सामने आ गए हैं.

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Published : Sep 8, 2019, 5:30 PM IST

अलवर. जिले के बहरोड़ थाने में 30 से अधिक हथियारबंद बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर अपने साथी को बंदी गृह से छुड़ा कर ले गए. इस घटना ने पूरे देश में अलवर पुलिस को शर्मसार कर दिया. तो वहीं राजस्थान पुलिस के डीजीपी खुद इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

बहरोड़ थाने पर लगे सीसीटीवी कैमरे मिले खराब

बता दें कि बहरोड़ पुलिस की लापरवाही ने उसको सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस बदमाशों की पहचान करने के लिए जिस रास्ते से बदमाश भागे थे उस रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग तलाश रही है. तो वहीं लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि थाने के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद मिले हैं. इसके अलावा थाने के सामने न्यायालय के गेट पर लगे कैमरे भी खराब हैं. ऐसे में साफ है कि पुलिस की ओर से लापरवाही बढ़ती जा रही थी.

पढ़ें- अलवर के बहरोड़ थाने से ऐसे भागा था विक्रम उर्फ पपला, फिर पुलिस ने यूं किया था पीछा...देखें EXclusive VIDEO

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बजट के अभाव के चलते कैमरे खराब हैं और उनको ठीक नहीं कराया गया. बहरोड़ थाने में आने जाने वाले लोगों पर नजर रखने और थाने की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. वहीं लगातार प्रदेश के सभी थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना पुलिस की ओर से चलाई जा रही है, लेकिन हालात सबके सामने हैं. जो कैमरे लगे हैं वो खराब हैं. ऐसे में साफ है कि पुलिस की ओर से इस पूरे मामले में बड़ी लापरवाही बरती गई है.

अलवर. जिले के बहरोड़ थाने में 30 से अधिक हथियारबंद बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर अपने साथी को बंदी गृह से छुड़ा कर ले गए. इस घटना ने पूरे देश में अलवर पुलिस को शर्मसार कर दिया. तो वहीं राजस्थान पुलिस के डीजीपी खुद इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

बहरोड़ थाने पर लगे सीसीटीवी कैमरे मिले खराब

बता दें कि बहरोड़ पुलिस की लापरवाही ने उसको सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस बदमाशों की पहचान करने के लिए जिस रास्ते से बदमाश भागे थे उस रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग तलाश रही है. तो वहीं लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि थाने के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद मिले हैं. इसके अलावा थाने के सामने न्यायालय के गेट पर लगे कैमरे भी खराब हैं. ऐसे में साफ है कि पुलिस की ओर से लापरवाही बढ़ती जा रही थी.

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बजट के अभाव के चलते कैमरे खराब हैं और उनको ठीक नहीं कराया गया. बहरोड़ थाने में आने जाने वाले लोगों पर नजर रखने और थाने की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. वहीं लगातार प्रदेश के सभी थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना पुलिस की ओर से चलाई जा रही है, लेकिन हालात सबके सामने हैं. जो कैमरे लगे हैं वो खराब हैं. ऐसे में साफ है कि पुलिस की ओर से इस पूरे मामले में बड़ी लापरवाही बरती गई है.

Intro:अलवर।
लोगों को सवालों में घेरने वाली पुलिस बहरोड़ मामले में खुद सवालों में गिर चुकी है। बहरोड़ थाने में थाने के सामने व न्यायालय के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे घटना के बाद जांच पड़ताल में खराब मिले। ऐसे में बहरोड़ पुलिस पर कई तरह की लापरवाही के सवाल खड़े हो चुके हैं।


Body:अलवर के बहरोड़ थाने पर 30 से अधिक हथियारबंद बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की व उसके बाद अपने साथी को बंदी गृह से छुड़ा कर ले गए। इस घटना ने पूरे देश में अलवर पुलिस को शर्मसार किया। तो वही राजस्थान पुलिस के डीजीपी खुद इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। तो वहीं बहरोड़ पुलिस की लापरवाही ने उसको सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। पुलिस बदमाशों की पहचान करने के लिए जिस रास्ते से बदमाश भागे थे। उस रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग तलाश रही है। तो वहीं लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि थाने के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद मिले हैं। इसके अलावा थाने के सामने न्यायालय के गेट पर लगे कैमरे भी खराब है। ऐसे में साफ है कि पुलिस द्वारा बड़ी लापरवाही बढ़ती जा रही थी। पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया की बजट के अभाव के चलते कैमरे खराब हैं व उनको ठीक नहीं कराया गया।


Conclusion:बहरोड़ थाने में आने जाने वाले लोगों पर नजर रखने व थाने की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। तो वहीं लगातार प्रदेश के सभी थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना पुलिस द्वारा चलाई जा रही है। लेकिन हालात सबके सामने हैं। जो कैमरे लगे हैं वो खराब है। ऐसे में साफ है कि पुलिस द्वारा इस पूरे मामले में बड़ी लापरवाही बरती गई है।
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