अलवर. विमंदित बालिका प्रकरण की पीड़िता को न्याय दिलवाने के लिए संघर्ष समिति की तरफ से शुक्रवार को जुलूस निकाला गया. सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हाथ में काले झंडे लेकर घटना का विरोध किया और न्याय की मांग की. लोगों ने कहा कि सरकार पीड़िता के साथ अन्याय कर रही है. पीड़िता को जब तक न्याय नहीं मिलेगा, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा (Protest against Alwar Case).
अलवर में 11 जनवरी को एक बालिका पुलिया पर लहूलुहान मिली थी. इस मामले के आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं. पुलिस ने शुरुआत में इस मामले को दुष्कर्म कहा लेकिन अब पुलिस इस पूरी घटना को हादसे का रूप दे रही है. ऐसे में पीड़िता को न्याय दिलवाने के लिए एक संघर्ष समिति बनाई गई है. इस संघर्ष समिति ने शुक्रवार को पैदल जुलूस निकाला, जो शहर के प्रमुख चौराहों से होता हुआ कलेक्ट्रेट पहुंचा. लोगों के हाथ में काले झंडे नजर आए. लोगों ने प्रशासन में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा, उनका विरोध जारी रहेगा.
संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष पप्पू सैनी ने कहा कि शनिवार को पूरा जिला बंद करने का फैसला लिया गया (close district in Alwar Case) है. इसकी तैयारी चल रही है. लोग आगे आकर खुद अपना समर्थन दे रहे हैं. सभी संगठन एक मंच पर खड़े होकर पूरी घटना के दौरान प्रशासन और सरकार की तरफ से बरती गई लापरवाही का विरोध करेंगे. पुलिस इस पूरे मामले को हादसे का रूप दे रही है. सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री के इशारे पर यह पूरा खेल हो रहा है लेकिन आमजन अलवर के लोग ऐसा नहीं होने देंगे. व्यापार संगठन के पदाधिकारी राजकुमार गोयल ने कहा कि सभी संगठन संघर्ष समिति के साथ हैं. पहली बार पूरे जिले एक होकर आवाज उठाई है. पीड़िता को जब तक न्याय नहीं मिलेगा, उनका संघर्ष जारी रहेगा.