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Sariska Tiger Reserve Forest Fire: वायुसेना के हेलीकॉप्टर बने मददगार, सरिस्का के जंगल की आग पर काबू पाने में निभाया अहम रोल

सरिस्का के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने में वायुसेना के हेलीकॉप्टर काफी मददगार साबित हुए (Air force helicopter helped to control Sariska forest fire) हैं. भारतीय वायुसेना ने अलवर के सरिस्का के जंगल में लगी आग को बुझाने के लिए दो एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर तैनात किए. बुधवार को भी हेलीकॉप्टरों ने 11 चक्कर लगाए. इस दौरान 33 हजार 500 लीटर से ज्यादा पानी का जंगल में छिड़काव किया गया.

Air force helicopter helped to control Sariska forest fire
वायुसेना के हेलीकॉप्टर बने मददगार, सरिस्का के जंगल की आग पर काबू पाने में निभाया अहम रोल
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Published : Mar 30, 2022, 11:32 PM IST

अलवर. वायुसेना के हेलीकॉप्टर सरिस्का के जंगल के लिए मददगार बने हैं. हेलीकॉप्टरों की मदद से पहाड़ी के ऊपरी हिस्से पर लगी आग बुझाने में सफलता मिली है. लगातार हेलीकॉप्टरों से आग बुझाने का काम चल रहा है. अब केवल एक पहाड़ी क्षेत्र में आग लगी हुई है, जिस पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है.

भारतीय वायुसेना ने अलवर के सरिस्का के जंगल में लगी आग (Sariska Tiger Reserve Forest Fire) को बुझाने के लिए दो एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर तैनात किए. अलवर जिला प्रशासन के अनुरोध पर जंगल की आग को बुझाने के लिए वायु सेना ने इन हेलीकॉप्टर को भेजा. सेना के अधिकारियों ने बताया कि हेलीकॉप्टरों ने दिन में 10 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी. इस दौरान 11 चक्कर में आग प्रभावित जंगल क्षेत्र में 33 हजार 500 लीटर से अधिक पानी का छिड़काव किया गया. नागरिक, प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों के समन्वय के साथ वायुसेना ने समय पर कार्रवाई की. ऐसे में आग को और अधिक फैलने से रोकने में मदद मिली. बुधवार को भी हेलीकॉप्टरों ने 11 चक्कर लगाए. इस दौरान 33 हजार 500 लीटर से ज्यादा पानी का जंगल में छिड़काव किया गया.

पढ़ें: Sariska Tiger Reserve Forest Fire: पुलिस प्रशासन कर रहा लोगों को जागरूक, सावधानी बरतने की सलाह

सिलीसेढ़ झील का मिला फायदा: हेलीकॉप्टर सिलीसेढ़ झील से पानी एयरलिफ्ट कर रहे हैं. ऐसे में सिलीसेढ़ झील से खासी मदद मिली है. क्योंकि सिलीसेढ़ झील बड़े हिस्से में फैली हुई है. इसमें पानी भी साल भर रहता है. हेलीकॉप्टर को सिलीसेढ़ झील से पानी लेने व उड़ान भरने में भी किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हुई. सिलीसेढ़ झील के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल पाया. बाघ परियोजना सरिस्का अधीन पृथ्वीपुरा एवं बलेटा वन क्षेत्र में लगी आग क्षेत्र का प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण विभाग श्रेया गुहा ने हवाई सर्वे किया. उन्होंने भारतीय वायु सेना की ओर से हेलीकॉप्टर के माध्यम से आग बुझाए जाने की प्रक्रिया का अवलोकन किया.

अलवर. वायुसेना के हेलीकॉप्टर सरिस्का के जंगल के लिए मददगार बने हैं. हेलीकॉप्टरों की मदद से पहाड़ी के ऊपरी हिस्से पर लगी आग बुझाने में सफलता मिली है. लगातार हेलीकॉप्टरों से आग बुझाने का काम चल रहा है. अब केवल एक पहाड़ी क्षेत्र में आग लगी हुई है, जिस पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है.

भारतीय वायुसेना ने अलवर के सरिस्का के जंगल में लगी आग (Sariska Tiger Reserve Forest Fire) को बुझाने के लिए दो एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर तैनात किए. अलवर जिला प्रशासन के अनुरोध पर जंगल की आग को बुझाने के लिए वायु सेना ने इन हेलीकॉप्टर को भेजा. सेना के अधिकारियों ने बताया कि हेलीकॉप्टरों ने दिन में 10 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी. इस दौरान 11 चक्कर में आग प्रभावित जंगल क्षेत्र में 33 हजार 500 लीटर से अधिक पानी का छिड़काव किया गया. नागरिक, प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों के समन्वय के साथ वायुसेना ने समय पर कार्रवाई की. ऐसे में आग को और अधिक फैलने से रोकने में मदद मिली. बुधवार को भी हेलीकॉप्टरों ने 11 चक्कर लगाए. इस दौरान 33 हजार 500 लीटर से ज्यादा पानी का जंगल में छिड़काव किया गया.

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सिलीसेढ़ झील का मिला फायदा: हेलीकॉप्टर सिलीसेढ़ झील से पानी एयरलिफ्ट कर रहे हैं. ऐसे में सिलीसेढ़ झील से खासी मदद मिली है. क्योंकि सिलीसेढ़ झील बड़े हिस्से में फैली हुई है. इसमें पानी भी साल भर रहता है. हेलीकॉप्टर को सिलीसेढ़ झील से पानी लेने व उड़ान भरने में भी किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हुई. सिलीसेढ़ झील के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल पाया. बाघ परियोजना सरिस्का अधीन पृथ्वीपुरा एवं बलेटा वन क्षेत्र में लगी आग क्षेत्र का प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण विभाग श्रेया गुहा ने हवाई सर्वे किया. उन्होंने भारतीय वायु सेना की ओर से हेलीकॉप्टर के माध्यम से आग बुझाए जाने की प्रक्रिया का अवलोकन किया.

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