अलवर. प्रदेश में कांग्रेस सरकार को 4 साल पूरे हो चुके हैं. इस दौरान अलवर के विधायकों पर कई दाग भी लगे हैं. कभी उनके खुद के नाम अवैध कार्यों के लिए सामने आए तो कभी उनके परिजनों की करतूतों से वह बदनाम हुए हैं. विधायकों पर अवैध खनन, सरकारी जमीनों पर कब्जा व सरकारी टेंडरों में रिश्वत मांगने सहित कई गंभीर आरोप लगे हैं. लेकिन उसके बाद भी प्रदेश के मुख्यमंत्री सरकार बचाने के चक्कर में चुप रहे. अब जब सरकार का एक साल से भी कम समय बचा है तो छवि सुधारने के लिए सीएम भी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. अलवर में एक के बाद एक विधायकों व मंत्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है.
बीते दिनों सरकारी टेंडर में धनराशि पास कराने के नाम पर थानागाजी के विधायक कांति मीणा के बेटों को एसीबी ने गिरफ्तार किया था. जबकि हाल ही में राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ सीट से विधायक जौहरी लाल मीणा के बेटे दीपक मीणा को नाबालिग से गैंगरेप के आरोप में जेल भेजा गया है. इसी तरह बीते रविवार रात को पुलिस और वन विभाग की टीम ने तिजारा विधायक संदीप यादव के संरक्षण में चलने वाले एक अवैध क्रशर को बंद कराते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. इसके आलावा अलवर के मंत्री टीकाराम जूली के खिलाफ भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं. कब्रिस्तान की जमीन कब्जे के मामले में मेव समाज ने तो सीएम से मंत्री जूली को बर्खास्त करने की मांग भी की थी.
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सरकार बचाने के फेर में सीएम ने भी साधी थी चुप्पी
विधायकों के कारण सरकार की छवि खराब हुई है. सरकार बचाने के चक्कर में मुख्यमंत्री की तरफ से भी विधायकों को खुली छूट दी गई थी. खुले मंच से मुख्यमंत्री ने कई बार कहा कि विधायकों के सहयोग के कारण ही उनकी सरकार बची है. इस कारण उनका मनोबल और बढ़ गया था. हालांकि अब जब साल भर से कम समय बचा है सरकार के पास तो मुख्यमंत्री एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. अलवर में एक के बाद एक गलत कार्यों में लिप्त विधायकों पर सरकारी एजेंसियां ऐक्शन ले रही हैं.
विधायक जौहरी के बेटे पर गैंगरेप का आरोप: राजगढ़ सीट से कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा के पुत्र दीपक मीणा को पुलिस ने गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार किया है. दीपक पिछले छह महीने से फरार चल रहा था. दौसा पुलिस ने दीपक को पॉक्सो न्यायालय में पेश किया था. न्यायालय ने 29 वर्षीय दीपक को जेल भेज दिया है.
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विधायक कांति मीणा के पुत्रों पर भी शिकंजा
थानागाजी से कांग्रेस विधायक और सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले कांति मीणा के दो बेटों समेत 4 लोगों को राजस्थान की एसीबी ने गिरफ्तार किया था. इन पर 5 लाख की रिश्वत लेने का आरोप था. गिरफ्तार लोगों में थानागाजी के प्रधान का बेटा और स्थानीय खंड विकास अफसर (बीडीओ) भी था. एसीबी के मुताबिक ये लोग हैंडपंप खुदाई के लिए 15 लाख के बिल को पास करने के लिए रिश्वत ले रहे थे.
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संदीप यादव पर भी मुकदमा दर्ज: जिले के टपूकड़ा क्षेत्र की पहाड़ियों में अवैध क्रशर संचालित होने के कारण फिर से अवैध खनन गति पकड़ने लगे है. वन एवं पुलिस विभाग ने टपूकड़ा तहसील के गंडवा क्षेत्र में कार्रवाई कर अवैध रूप से संचालित क्रशर के खिलाफ कार्रवाई कर संचालकों पर एफआइआर दर्ज कराई है. यह अवैध क्रशर क्षेत्र के रसूखदार और जनप्रतिनिधि संदीप यादव से जुड़े लोग संचालित कर रहे थे.
क्रशर मालिकों के पास खनन विभाग, प्रदूषण नियंत्रण मंडल, वन विभाग की कोई स्वीकृति नहीं थी. वहीं क्रशर में आने वाले पत्थरों का कोई वैध स्रोत भी संचालक पेश नहीं कर पाए. क्रशर के चारों तरफ गंडवा, इंदौर, चुहरपुर एवं उधनवास की वनाच्छादित पहाड़ियां हैं. इनमें अवैध खनन कर इस क्रशर में पत्थर लाया जा रहा था. इसके अलावा संदीप यादव पर सरकारी जमीनों पर कब्जा करने और अवैध खनन कराने सहित कई गंभीर आरोप लंबे समय से लग रहे थे.
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टीकाराम जूली पर हैं ये आरोप
प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली पर भी लगातार आरोप लग रहे हैं. बीते दिनों कब्रिस्तान की जमीन ट्रांसफर करने के मामले में मेव समाज ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोला. कई दिनों तक प्रदर्शन भी किया गया. मुख्यमंत्री से टीकाराम जूली को मंत्री पद से हटाने की मांग की. अलवर पहुंचे प्रभारी मंत्री बीडी कल्ला की मीटिंग में कांग्रेस नेताओं ने मंत्री टीकाराम जूली व उनके भाई और साथियों पर सरकारी जमीनों पर कब्जा करने, अवैध खनन कराने और अवैध वसूली करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मंत्री टीकाराम जूली कांग्रेस को कमजोर कर रहे हैं. इससे पहले भी मंत्री जूली पर सरकारी जमीनों पर कब्जा करने, पहाड़ों को गलत तरह से बेचान करने सहित कई गंभीर आरोप लग चुके हैं.
कांग्रेस समर्थक हैं सभी विधायक
अलवर की ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक टीकाराम जूली कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और उसके बाद सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए. तिजारा के विधायक संदीप यादव बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़े व चुनाव जीतने के बाद उन्होंने गहलोत सरकार को समर्थन दिया. थानागाजी विधायक कांति मीणा निर्दलीय चुनाव लड़े साथ ही चुनाव जीतने के बाद उन्होंने गहलोत सरकार को समर्थन दिया. कांति मीणा गहलोत और सचिन पायलट के नजदीकी माने जाते रहे हैं. राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ से विधायक जोहरी लाल मीणा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते.
इसके अलावा भी हैं दर्जनों काम
अलवर के सभी विधायक खनन कार्य, जमीन की खरीद-फरोख्त, क्रेशर, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी सर्विस स्टेशन, होटल, फिटनेस सेंटर सहित दर्जनों क्षेत्र में निवेश करते हैं और अलवर के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों में भी उनके कारोबार चल रहे हैं. परिवार और दोस्तों के नाम यह खेल चल रहा है.