अलवर. हाल ही में पांच राज्यों में चुनाव संपन्न हुए इनमें असम के प्रभारी पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह अलवर पहुंचे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस असम में सरकार जरूर नहीं बना पाई, लेकिन असम की जनता ने कांग्रेस पर अपना विश्वास जताया है. भाजपा और कांग्रेस के वोट प्रतिशत पर नजर डालें तो 0.8 प्रतिशत का फर्क रहा. असम चुनाव के दौरान भाजपा की पोल खुली, गाड़ियों में ईवीएम मशीन पाई गई.
हाल ही में पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश और पांडिचेरी सहित पांच राज्यों में राज्यसभा चुनाव संपन्न हुए हैं. असम चुनाव की कमान कांग्रेस की तरफ से अलवर के जितेंद्र सिंह को दी गई थी. चुनाव के दौरान अलवर के लोगों का खासा दबदबा नजर आया. राष्ट्रीय आलाकमान की तरफ से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस राज्यों के मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार के लिए असम गए थे. चुनाव के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सरकार बनाने का दावा किया था, लेकिन कांग्रेस को चुनाव में सफलता हाथ नहीं लगी. जितेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस असम में सरकार भले ही नहीं बना पाई हो. असम की जनता ने कांग्रेस पर पूरा विश्वास जताया है. भाजपा और कांग्रेस के वोट प्रतिशत में 0.8 प्रतिशत का अंतर रहा. भाजपा सरकार के दौरान असम में हालात खराब थे. आए दिन हिंसा असामाजिक तत्वों द्वारा घटना की जाती थी. आम जनता उन चीजों से ऊब चुकी थी.
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जितेंद्र सिंह ने कहा असम चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं की गाड़ियों में ईवीएम मशीन पाई गई. उसका जवाब भाजपा के पास नहीं है. सत्ता के नशे में धुत भाजपा सभी अनैतिक कार्य कर रही है. केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ने अपनी शक्तियों का गलत उपयोग किया. भाजपा सरकार के दौरान आम जनता का हनन हुआ लोगों पर अत्याचार हुए. इसका नतीजा यह रहा कि जनता ने भाजपा सरकार को बदलने का फैसला ले लिया था.
भाजपा के आरएसएस के नेताओं ने लोगों को भड़काने की कोशिश की धर्म के नाम पर लोगों को बांट कर गलत तरह से सत्ता हथियाने के प्रयास किए, लेकिन असम की जनता ने भाजपा को मुंहतोड़ जवाब दिया. कांग्रेस को मिले वोट प्रतिशत से साफ है कि भाजपा को मुंह की खानी पड़ी. भाजपा के नेताओं ने बूथ कैपचरिंग और ईवीएम में गड़बड़ी सहित कई हथकंडे अपनाए थे.