अलवर. सरिस्का बाघ परियोजना की अकबरपुर रेंज में वनकर्मी और ग्रामीणाें के सहयोग से आग पर काबू पा (Sariska Tiger Reserve Forest Fire) लिया था. लेकिन शुक्रवार शाम को टहला रेंज के बांसरोल नाला जंगल की नांडू बीट में एक बार फिर से आग लग गई. आग की सूचना मिलते ही सरिस्का का स्थानीय स्टाफ और ग्रामीण आग बुझाने के प्रयास में जुट गया. जिसके कारण आग ज्यादा दूर तक नहीं फैल पाई. टहला रेंज के बांसरोल नाला जंगल में अज्ञात कारणों से सूखी घास में आग लग गई. गनीमत ये रही कि आग की सूचना तुरंत ही वनकर्मियों को लग गई, जिससे स्थानीय स्टाफ (Fire broke out again in Sariska) ग्रामीणों की मदद से आग बुझाने में जुट गया.
देर रात तक इस मामले में सरिस्का के अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते रहे. कई बार उनसे संपर्क करने के प्रयास किए गए, लेकिन अधिकारियों की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया. अधिकारी पूरे मामले से बचते रहे. लगातार सरिस्का प्रशासन की लापरवाही के चलते आग की घटनाएं हो रही हैं. 4 दिन लगातार आग के कारण सरिस्का का जंगल धधकता रहा था. लेकिन इसके बाद भी सरिस्का प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली. सरिस्का के जंगल में लगी आग राष्ट्रीय मुद्दा बनता जा रहा है लेकिन उसके बाद भी किसी अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. वन मंत्री ने अलवर के सीसीएफ आरएन मीणा को एपीओ करने के आदेश दिए, लेकिन ये आदेश भी वापस ले लिए गए.