अलवर. चांदपोल स्थित जनाना अस्पताल राजस्थान का सबसे बड़ा महिला अस्पताल है. अस्पताल में प्रतिदिन 50 से अधिक प्रस्ताव के प्रसव होते है. जनाना अस्पताल में अलवर के अलावा आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में मरीज प्रसूता इलाज के लिए आती हैं. लेकिन, अस्पताल की व्यवस्थाओं पर हमेशा से सवाल उठते रहे है. ऐसे में जिला कलेक्टर की तरफ से व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए गए. बीते दिनों जिला कलेक्टर ने अपने निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मरीजों को मिलने वाला खाना चेक किया.
इस दौरान खाने की गुणवत्ता वेतन नहीं मिली. दलिया पतला और तय मानकों के अनुसार खाना नहीं पाया गया. साथ ही गुणवत्ता के साथ सरकार के तय नियमों के अनुसार मरीजों को खाना नहीं दिया जा रहा था. ऐसे भी जिला कलेक्टर ने अस्पताल प्रशासन को समय पर निर्धारित मात्रा के अनुसार खाना सप्लाई करने के निर्देश दिए. उसके अगले दिन जनाना अस्पताल में प्रसूताओं को खाना सप्लाई नहीं किया गया. संस्थाओं के परिजनों ने इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को दी.
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अस्पताल प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से सामान्य अस्पताल में खाना सप्लाई करने वाले संस्था को जनाना अस्पताल में खाना सप्लाई करने के आदेश दिए. इसके बाद प्रसूताओं को अब बेहतर गुणवत्ता का खाना मिल रहा है. अस्पताल प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि खाना की गुणवत्ता चेक की जा रही है. इसके अलावा स्वास्थ विभाग के तय मानकों के अनुसार प्रस्ताव को सुबह के समय दूध उसके साथ बिस्किट, दलिया, चाय सहित अन्य सामग्री भी तय समय के अनुसार दी जाएगी. इसकी मोनिटरिंग के लिए भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. जो लगातार इस पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे.