अजमेर. जोनल मैनेजर नरेंद्र चौधरी मंगलवार को अजमेर केंद्रीय बस स्टैंड का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान उन्हें वहां कई अव्यवस्थाएं देखने को मिली. चौधरी ने मरम्मत कार्य के साथ सफाई व्यवस्था और बंद पड़ी एलईडी को भी देखा. उसके बाद अजमेर रोडवेज प्रबंधक सतपाल बुडानिया को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान बस स्टैंड पर आवारा कुत्ते भी घूमते नजर आए. वहीं, रोडवेज यातायात प्रबंधक गजेंद्र पाराशर के कक्ष में अधिकारियों संग बैठक की.
मीडिया से बात करते हुए नरेंद्र चौधरी ने बताया कि एक माह पहले वह अजमेर बस स्टैंड का निरीक्षण करने आए थे. तब यहां पर बनी इमारत बदहाल स्थिति में थी. लिहाजा बारिश से पहले मरम्मत का काम आवश्यक था. वहीं, 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है और वे प्रबंधक को दिए गए निर्देश की पालना को लेकर संतुष्ट हैं. चौधरी ने कहा कि रोडवेज का घाटा कम करने के उद्देश्य से भागीरथी योजना शुरू की गई है. इसको लेकर चालकों और परिचालकों को आवश्यक निर्देश दिए गए थे. बसों को साफ-सुथरा रखें और बस में बैठने वाले यात्रियों के साथ बेहतर व्यवहार करें. बस स्टैंड को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त बनाने की योजना के सवाल पर जोनल मैनेजर ने आचार संहिता का हवाला देते हुए कहा कि आचार संहिता के बाद रोडवेज और सरकार मिलकर इस दिशा में काम शुरू करेगी.
अजमेर केंद्रीय बस स्टैंड होगा विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त
अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बस स्टैंड को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त बनाने की योजना है. सात मंजिला इमारत बस स्टैंड पर बनेगी, साथ ही परिसर को बड़ा करने के लिए स्टैंड परिसर में मौजूद वर्कशॉप को जयपुर रोड स्थानांतरित किया जाएगा. यात्रियों की सुविधा के लिए वातानुकूलित प्रतिक्षालय बनाए जाएंगे. जल्द ही स्टैंड पर आधुनिक सुविधाएं यात्रियों को मिल पाएंगी. माना जा रहा है कि प्रदेश का पहला आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित बस स्टैंड अजमेर में बनेगा. इसकी डीपीआर भी बन चुकी है. आचार संहिता के बाद इस दिशा में कार्य प्रगति संभव होगी.