अजमेर. जिले में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ 160 पर पहुंत गया है. जिसको लेकर प्रशासन के हाथ-पांव फूल चुके हैं. ऐसे में अब जिला प्रशासन ने कोरोना के फैलते संक्रमण पर रोक लगाने के लिए अजमेर में फंसे प्रवासियों को उनके गृह जिला और राज्य भेजना शुरु कर दिया है. लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण इस दौरान भी लोगों ने सरकार की गाइडलाइंस को ताक पर रखकर सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई.
राजस्थान-मध्य प्रदेश सीमा पर स्थित नयागांव से 31 एक विशेष समुदाय के लोग अपने घर जाने के लिए रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचे थे. जिन्हें बस स्टैंड परिसर स्थित पुलिस चौकी के पास ही तंबू में ठहराया गया. लेकिन वो सभी लोग तंबू में ही एक साथ इकट्ठा होकर नमाज अदा करने लगे. इस दौरान उन्होंने न तो मास्क लगा रखा था और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे. हालांकि, ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने उन्हें ऐसा करने के रोका भी लेकिन किसी ने भी उनकी बात नहीं मानी. इस सब के बाद रोडवेज प्रशासन ने सभी को बसों में बैठाकर उनके घर जयपुर, रूपनगढ़ और किशनगढ़ के लिए भेज दिया.
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बता दें कि, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बार-बार अपील कर रहे हैं. साथ ही प्रशासन भी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए लगातार जागरुक कर रहा है. लेकिन उसके बाद भी लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं.