अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा उनके भांजे विजय कटारा और ड्राइवर गोपाल सिंह को एसओजी मौका तस्दीक के लिए अजमेर ला सकती है. दरअसल, पेपर सेट की व्यवस्था बाबूलाल कटारा ही देख रहे थे. एसओजी सूत्रों ने बताया कि प्रश्नपत्र के छह सेट वह अपने घर ले गए थे. जहां उनके भांजे विजय कटारा से हर सेट के 80 सवाल लिखवा कर बेचे थे. फिलहाल, आयोग ने ड्राइवर गोपाल सिंह को सस्पेंड कर दिया है, लेकिन आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा के लिए सरकार को लिखा है. इस पर सरकार को निर्णय लेना है.
वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का 24 दिसंबर को आयोजित पेपर लीक मामले में आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा, उनके भांजे विजय कटारा और ड्राइवर गोपाल सिंह से एसओजी पूछताछ करने में जुटी हुई है. एसओजी सूत्रों ने बताया कि आरोपियों को एसओजी मौका तस्दीक के लिए अजमेर ला सकती है. एसओजी की अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा के पास सभी सेट के पेपर का जिम्मा था. बाबूलाल कटारा 6 सेट अपने सिविल लाइन स्थित आवास लेकर गए थे. जबकि वह ऐसा नहीं कर सकते थे. पेपर सेट का कार्य काफी गोपनीय और महत्वपूर्ण होता है.
आरोपी सदस्य बाबूलाल कटारा ने 6 पेपर का सेट घर पर लाकर भांजे विजय कटारा के हाथ से प्रत्येक सेट से 80 -80 प्रश्न लिखवाए यानी विजय कटारा ने 480 प्रश्न लिखकर आरोपी शेर सिंह को दिए थे. इसके बदले में आरोपी शेर सिंह ने विजय कटारा को सोने का कड़ा उपहार में दिया था. इस प्रकरण में ड्राइवर गोपाल सिंह की भूमिका भी रही. आरोपी शेर सिंह ने ड्राइवर गोपाल सिंह से भी दोस्ती कार ली थी और उसको महंगे उपहार भी दिए थे.
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आरपीएससी कार्यालय और आवास की हो सकती है जांच : जानकारी के अनुसार, एसोजी इस मामले में संभावता जल्द कोई बड़ा खुलासा कर सकती है. यही वजह है कि गिरफ्त में आए राजस्थान लोक सेवा आयोग बाबूलाल कटारा को एसओजी की टीम आरपीएससी और उनके सरकारी आवास पर ला सकती है. इन स्थानों की वह जांच कर सकती है.