किशनगढ़(अजमेर). मार्बल सिटी किशनगढ़ में पुलिस ने पुखराज जाट हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है. 15 दिन पहले हुए इस हत्या में पत्नी ही पति की कातिल निकली. मामले के अनुसार बजरंग कॉलोनी निवासी पुखराज जाट 22 फरवरी को लापता हो गया था. इस संबंध में उसके भाई दिलीप जाट ने गांधीनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराते हुए उसकी पत्नी लीला जाट और उसके प्रेमी रामस्वरूप चौधरी पर उसकी हत्या करने का संदेह जताया था.
उसने रिपोर्ट में बताया कि पुखराज ने 2 साल पहले लीला जाट से कोर्ट मैरिज की थी और शादी के बाद उनके एक बच्ची अनुप्रिया भी हुई थी. शादी के बाद रामस्वरूप जाट और टिकावड़ा निवासी सुरेन्द्र लीला और पुखराज की पुत्री का अपहरण कर ले गए. आरोपियों ने पुखराज के साथ मारपीट भी की, जिस पर उसने गांधीनगर थाने में रामस्वरूप और सुरेंद्र के खिलाफ लीला को भगा ले जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था.
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इस मामले में दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भी भिजवाया था. जेल जाने के दौरान ही रामस्वरूप ने पुखराज को मौत के घाट उतारने का फैसला किया. जेल से निकलने के बाद आरोपी ने लीला की मां रामकन्या को बातों में उलझाकर पति पुखराज से अलग रह रही लीला से शादी कराने के लिए तैयार कर लिया. मां रामकन्या की बातों में आकर लीला रामस्वरूप के सम्पर्क में आ गई और दोनों ने मिलकर पुखराज की हत्या कर दी साथ ही बेटी अनुप्रिया को हासिल करने की प्लानिंग बना ली.परिजन की रिपोर्ट पर अलर्ट हुई पुलिस ने लीला और उसके प्रेमी रामस्वरूप को थाने बुलाकर पूछताछ की. पूछताछ के बाद दोनों प्रेमियों ने पुखराज की हत्या का गुनाह कबूल कर लिया.
एडिशनल एसपी किशनसिंह भाटी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में लीला और उसके प्रेमी रामस्वरूप पुखराज को लीला के घर बजरंग कॉलोनी बुलाया, जहां पर लीला ने पुखराज को जमकर शराब पिलाई और देर रात्रि गहरी नींद में सोने पर उसने प्रेमी रामस्वरूप को बुलाया और उसने आते ही धारदार हथियार से पुखराज की गर्दन पर वार कर दिया. जिसके चलते गर्दन धड़ से अलग हो गई.
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दोनों ने मिलकर लाश को एक कट्टे में भरकर और चादर में लपेटकर बाइक के जरिए ही अलसुबह टिकावड़ा के सूनसान जंगल में फेंक आए. दूसरे दिन जब रामस्वरूप वापस वहां पहुंचा तो पुखराज का धड़, हाथ और पैर आवारा जानवर चट कर चुके थे, जबकि उसकी खोपड़ी सुरक्षित मिली तो उसने पेट्रोल डालकर जलाते हुए सबूत मिटाने की कोशिश की. लेकिन, रिपोर्ट के साथ ही अलर्ट हुई पुलिस की खोजबीन से 15 दिन पूर्व किए गए जघंन्य हत्याकांड का खुलासा हो गया.
5 घंटे चला सर्च अभियान
पुलिस के अधिकारी एडिशनल एसपी किशन सिंह भाटी, सीईओ गीता चौधरी, गांधीनगर थाना प्रभारी राजेश मीणा, किशनगढ़ थाना प्रभारी मनीष चारण दल बल के साथ टिकावड़ा के जंगल पहुंचे 5 घंटे तक सर्च अभियान किया गया. मृतक पुखराज की खोपड़ी और दो हड्डी सहित जली हुई चादर का टुकड़ा बरामद कर लिया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया जबकि, अन्य की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है.
हड्डियों और सिर को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा जाएगा. पुलिस आरोपियों से और पूछताछ में जुटी है. पुलिस का मानना है कि इस हत्याकांड में और भी कई राज खुलेंगे. आरोपियो को पुलिस ने न्ययालय में पेश किया, जहां उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है.
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परिजनों की ओर से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराते समय पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ शंका जताने पर पुलिस की सख्त पूछताछ से उन्होंने पूरे मामले का खुलासा कर दिया. पुलिस ने जंगल क्षेत्र से खोजबीन कर सिर और जलाने से शेष रही हड्डियों को बरामद कर फोरेसिंक टीम और डीएनए के लिए लैब भेजी है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है.