अजमेर. दिव्या मित्तल घूस प्रकरण के मामले में जयपुर एसीबी ने अजमेर एसीबी कोर्ट में चालान पेश कर दिया है. 60 दिन बाद जयपुर एसीबी की ओर से 2 करोड़ की घूस प्रकरण में पेश की गई 11 हजार 500 पन्नों की चार्जशीट की जांच शुक्रवार को एसीबी कोर्ट में होगी.
एडीपी एसएन चितारा ने बताया कि जयपुर एसीबी के डीएसपी मांगीलाल चौधरी ने अजमेर एसीबी कोर्ट में एसओजी की निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल घूसखोर प्रकरण में चालान पेश किया है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को चालान पेश करने के लिए निर्धारित 60 दिन के तहत अंतिम दिन था. जयपुर एसीबी ने कोर्ट में 11 हजार 500 पन्नों की चार्जशीट पेश की है. उन्होंने बताया कि दिव्या मित्तल घूसखोर प्रकरण में दलाल पुलिस का बर्खास्त सिपाही सुमित कुमार के खिलाफ 173(8) सीआरपीसी में अनुसंधान लंबित है. आरोपी दलाल सुमित कुमार की गिरफ्तारी के बाद अनुसंधान पूरा करने पर चालान पेश किया जाएगा.
यह है दिव्या मित्तल घूसखोरी प्रकरणः जयपुर एसीबी की टीम ने 16 जनवरी को अजमेर एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को दो करोड़ की रिश्वत परिवादी से मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था. दिव्या मित्तल पर आरोप है कि एनडीपीएस एक्ट के तीन मामलो में वह अनुसंधान अधिकारी थी, जिसमें एक प्रकरण में दवा निर्माण फर्म के मालिक का नाम मुकदमे से हटाने की एवज में उसने परिवादी को डराया धमकाया और दो करोड़ रुपए की रिश्वत मांग करके उसे परेशान किया.
आरोप है कि दिव्या मित्तल ने परिवादी को उदयपुर में अपने आलीशान रिसोर्ट भेजा था, जहां दलाल ने उससे डरा धमकाकर सौदा तय किया था. इस दौरान दलाल सुमित कुमार ने परिवादी से दिव्या मित्तल की मोबाइल फोन पर बात भी करवाई थी. परिवादी की शिकायत पर जयपुर एसीबी के सत्यापन की कार्रवाई में यह तथ्य सामने आए थे. हालांकि दलाल सुमित कुमार एसीबी के हाथ अब तक नहीं लग पाया है.