अजमेर. अजमेर दरगाह क्षेत्र में कई छोटे-बड़े ताजियों को सैराब करने की परंपरा अपनाया गया. इस दौरान चप्पे-चप्पे पर हजरत इमाम हुसैन को चाहने वाले भी नजर आए. दरगाह बाजार, लंगर खाना गली, पन्नीग्राम चौक, अन्नकूट घोसी मोहल्ला आदि स्थानों पर ताजियों के जुलूस में गमगीन माहौल नजर आया.
वहीं जुलूस के दौरान ढोल-ताशों की गूंज सुनाई दी. युवकों ने हैरत अंगेज करतब पेश कर सभी को दांतों तले अंगुली चबाने पर मजबूर कर दिया. अंजुमन की ओर से बनाए गए मुख्य ताजे शरीफ की सवारी रात 10 बजे इमामबारगाह से मर्सियाख्यानी के साथ शुरू हुई. जुलूस डोलीवाला चौक, छतरी गेट, लंगर खाना होते हुए निजाम गेट पहुंचा. जहां से ढोल-ताशों के साथ सोल्हखंभा और कमानी गेट होता हुआ सुबह 5 बजे तक झालरा पहुंचा. जहां खामोशी के मंजर में ताजिये शरीफ को सैराब किया गया.
यह भी पढ़ें. मोहर्रम पर दरगाह कमेटी का रक्तदान शिविर, 72 शहीदों की याद में 72 यूनिट रक्तदान
वहीं तारागढ़ पर नजर आया रक्तरंजित मंजर
हजरत इमाम हुसैन की याद में शिया समुदाय के बच्चे, बड़े और युवाओं ने ब्लेड, जंजीर से खुद को लहूलुहान कर हजरत इमाम हुसैन और उनके साथ शहीद हुए 72 साथियों को खिराज-ए-अकीदत पेश की. इस दौरान रक्त रंजित मंजर देखने को मिला.