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1500 फर्जी रेलवे और 50 हवाई टिकट बेचने का आरोपी चढ़ा GRP के हत्थे...किए कई चौंकाने वाले खुलासे

अजमेर में फर्जी रेल और हवाई टिकट बेंचने का आरोपी गिरफ्तार किया गया है. वह अब तक 1500 से अधिक लोगों के साथ फर्जी टिकट के जरिए ठगी कर चुका है. आरोपी पश्चिम बंगाल का निवासी है.

गिरफ्तार आरोपी के साथ पुलिस
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Published : Jun 23, 2019, 7:36 PM IST

अजमेर. जीआरपी पुलिस ने अजमेर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को फर्जी रेल टिकट बेचने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया है कि वह पिछले पांच वर्ष के दौरान सैकड़ों लोगों को फर्जी टिकट बेच चुका है. वहीं उसने 50 फर्जी हवाई टिकट भी बेचे हैं.

रविवार को अजमेर रेलवे स्टेशन पर फर्जी रेलवे टिकट बेचने के आरोप में जीआरपी के हत्थे चढ़े आरोपी का नाम सुनील बर्मन है. वह पश्चिम बंगाल में कूच विहार का निवासी है. अजमेर में शातिर ने रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कार्यालय में पश्चिम बंगाल निवासी यात्री शहाबुद्दीन को झांसा देकर उसको रेल का फर्जी टिकट उसने बेचा था. शहाबुद्दीन की शिकायत दर्ज कर जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तब उसमें शातिर नजर आया.

फर्जी रेलवे टिकट बेचने का आरोपी चढ़ा जीआरपी के हत्थे

जीआरपी थाने के प्रभारी राम अवतार ने बताया कि आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह करीब 5 साल पहले से लोगों को ठगी का शिकार बनाता आ रहा है. आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर सीओडी ऑप्शन/ई पे लेटर का इस्तेमाल कर ई-टिकट का फॉर्मेट उसने अपने मोबाइल में सेव कर लिया. यूट्यूब साइट के माध्यम से एडिटिंग करना सीख लिया. इसके बाद देश के कई अलग-अलग रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कार्यालय में लगी लंबी-लंबी लोगों की कतारों में टिकट के जरूरतमंदों को वह तलाश करता. उन्हें झांसा देकर मोबाइल से ऑनलाइन टिकट कंफर्म होना बताकर रुपए ऐंठ लेता. थाना प्रभारी राम अवतार ने बताया कि शातिर सुनील बर्मन ने दिल्ली कोलकाता, बेंगलुरु ,चेन्नई, सिलीगुड़ी, तमिलनाडु, सियालदह हावड़ा, वर्धमान,जयपुर, अजमेर में लोगों को शिकार बना चुका है.

जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि शातिर ने रेलवे यात्रियों को ही नहीं बल्कि 50 से अधिक लोगों को हवाई यात्रा का टिकट फर्जी बनाकर बेचा है. आरोपी ने बेंगलुरु से कोलकाता का विस्टारा एयर जेट का टिकट फर्जी तरीके से बनाना स्वीकार किया है. थाना प्रभारी राम अवतार ने यह भी बताया कि आरोपी ने 5 साल में करीब 1500 से अधिक लोगों को शिकार बनाकर उनसे करीब 15 से 20 लाख की ठगी की बात स्वीकार की है.

शातिर की महाराजा ट्रेन में सफर करने की थी ख्वाहिश
गिरफ्तार शातिर नरेंद्र बर्मन से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ठगी के पैसों से वह पांच सितारा होटलों में ठहरता, हवाई यात्रा करता और रेल में फर्स्ट और सेकंड क्लास एसी में सफर करने का उसे शौक था. आरोपी ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया कि 5 साल में ठगी के पैसे से उसने अपने पूरे शौक कर लिए हैं, लेकिन एक शौक उसका अभी भी बाकी था. पूछताछ में उसने बताया कि महाराजा ट्रेन में यात्रा करने की उसकी ख्वाहिश थी.

दसवीं पास और फराटेदार अंग्रेजी
रेल यात्रियों को पास में के लिए उसने फराटे दार अंग्रेजी भी सीख ली थी. अंग्रेजी भाषा का उपयोग वह रेल यात्रियों पर प्रभाव डालने के लिए बोलता था, जबकि वह खुद दसवीं पास है. वह पिछले 5 साल से कई राज्यों में हजारों लोगों को शातिर युवक रेल का फर्जी टिकट बेच चुका है. इतना ही नहीं 50 से ज्यादा लोगों को हवाई यात्रा का टिकट भी बेच चुका है. खास बात यह है कि शातिर पहली बार कानून के शिकंजे में फंसा है.

अजमेर. जीआरपी पुलिस ने अजमेर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को फर्जी रेल टिकट बेचने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया है कि वह पिछले पांच वर्ष के दौरान सैकड़ों लोगों को फर्जी टिकट बेच चुका है. वहीं उसने 50 फर्जी हवाई टिकट भी बेचे हैं.

रविवार को अजमेर रेलवे स्टेशन पर फर्जी रेलवे टिकट बेचने के आरोप में जीआरपी के हत्थे चढ़े आरोपी का नाम सुनील बर्मन है. वह पश्चिम बंगाल में कूच विहार का निवासी है. अजमेर में शातिर ने रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कार्यालय में पश्चिम बंगाल निवासी यात्री शहाबुद्दीन को झांसा देकर उसको रेल का फर्जी टिकट उसने बेचा था. शहाबुद्दीन की शिकायत दर्ज कर जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तब उसमें शातिर नजर आया.

फर्जी रेलवे टिकट बेचने का आरोपी चढ़ा जीआरपी के हत्थे

जीआरपी थाने के प्रभारी राम अवतार ने बताया कि आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह करीब 5 साल पहले से लोगों को ठगी का शिकार बनाता आ रहा है. आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर सीओडी ऑप्शन/ई पे लेटर का इस्तेमाल कर ई-टिकट का फॉर्मेट उसने अपने मोबाइल में सेव कर लिया. यूट्यूब साइट के माध्यम से एडिटिंग करना सीख लिया. इसके बाद देश के कई अलग-अलग रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कार्यालय में लगी लंबी-लंबी लोगों की कतारों में टिकट के जरूरतमंदों को वह तलाश करता. उन्हें झांसा देकर मोबाइल से ऑनलाइन टिकट कंफर्म होना बताकर रुपए ऐंठ लेता. थाना प्रभारी राम अवतार ने बताया कि शातिर सुनील बर्मन ने दिल्ली कोलकाता, बेंगलुरु ,चेन्नई, सिलीगुड़ी, तमिलनाडु, सियालदह हावड़ा, वर्धमान,जयपुर, अजमेर में लोगों को शिकार बना चुका है.

जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि शातिर ने रेलवे यात्रियों को ही नहीं बल्कि 50 से अधिक लोगों को हवाई यात्रा का टिकट फर्जी बनाकर बेचा है. आरोपी ने बेंगलुरु से कोलकाता का विस्टारा एयर जेट का टिकट फर्जी तरीके से बनाना स्वीकार किया है. थाना प्रभारी राम अवतार ने यह भी बताया कि आरोपी ने 5 साल में करीब 1500 से अधिक लोगों को शिकार बनाकर उनसे करीब 15 से 20 लाख की ठगी की बात स्वीकार की है.

शातिर की महाराजा ट्रेन में सफर करने की थी ख्वाहिश
गिरफ्तार शातिर नरेंद्र बर्मन से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ठगी के पैसों से वह पांच सितारा होटलों में ठहरता, हवाई यात्रा करता और रेल में फर्स्ट और सेकंड क्लास एसी में सफर करने का उसे शौक था. आरोपी ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया कि 5 साल में ठगी के पैसे से उसने अपने पूरे शौक कर लिए हैं, लेकिन एक शौक उसका अभी भी बाकी था. पूछताछ में उसने बताया कि महाराजा ट्रेन में यात्रा करने की उसकी ख्वाहिश थी.

दसवीं पास और फराटेदार अंग्रेजी
रेल यात्रियों को पास में के लिए उसने फराटे दार अंग्रेजी भी सीख ली थी. अंग्रेजी भाषा का उपयोग वह रेल यात्रियों पर प्रभाव डालने के लिए बोलता था, जबकि वह खुद दसवीं पास है. वह पिछले 5 साल से कई राज्यों में हजारों लोगों को शातिर युवक रेल का फर्जी टिकट बेच चुका है. इतना ही नहीं 50 से ज्यादा लोगों को हवाई यात्रा का टिकट भी बेच चुका है. खास बात यह है कि शातिर पहली बार कानून के शिकंजे में फंसा है.

Intro:अजमेर। अजमेर में जीआरपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेल यात्रियों को फर्जी रेल टिकट बेचने के आरोप में एक शातिर युवक को गिरफ्तार किया है 5 साल से कई राज्यों में हजारों लोगों को शातिर युवक रेल का फर्जी टिकट बेच चुका है। इतना ही नहीं 50 से ज्यादा लोगों को हवाई यात्रा का टिकट भी बेच चुका है। खास बात यह है कि शातिर पहली बार कानून के शिकंजे में फंसा है।

जीआरपी पुलिस की गिरफ्त में आया शातिर पश्चिम बंगाल में कूच विहार निवासी सुनील बर्मन है। अजमेर में शातिर ने रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कार्यालय में पश्चिम बंगाल निवासी शहाबुद्दीन को झांसा देकर उसको रेल का फर्जी टिकट उसने बेचा था। शहाबुद्दीन की शिकायत दर्ज कर जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तब उसमें शातिर नजर आया जीआरपी थाने के प्रभारी राम अवतार ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह करीब 5 साल पहले से लोगों को ठगी का शिकार बनाता आ रहा है। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर सीओडी ऑप्शन/ ई पे लेटर का इस्तेमाल कर ई टिकट का फॉर्मेट उसने अपने मोबाइल में सेव कर लिया और यूट्यूब साइट के माध्यम से एडिटिंग करना सीख लिया। इसके बाद देश के कई अलग-अलग रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कार्यालय में लगी लंबी-लंबी लोगों की कतारों में टिकट के जरूरतमंदों को वह तलाश करता और उन्हें झांसा देकर मोबाइल से ऑनलाइन टिकट कंफर्म होना बताकर रुपए ऐंठ लेता। थाना प्रभारी राम अवतार ने बताया कि शातिर सुनील बर्मन ने दिल्ली कोलकाता, बेंगलुरु ,चेन्नई, सिलीगुड़ी, तमिलनाडु, सियालदह हावड़ा, वर्धमान,जयपुर, अजमेर में लोगों को शिकार बना चुका है।

जीआरपी थाना प्रभारी ने बताया कि शातिर ने रेलवे यात्रियों को ही नहीं बल्कि 50 से अधिक लोगों को हवाई यात्रा का टिकट फर्जी बनाकर बेचा है। आरोपी ने बेंगलुरु से कोलकाता का विस्टारा एयर जेट का टिकट फर्जी तरीके से बनाना स्वीकार किया है। थाना प्रभारी राम अवतार ने यह भी बताया कि आरोपी ने 5 साल में करीब 15 सौ से अधिक लोगों को शिकार बनाकर उनसे करीब 15 से 20 लाख की ठगी की बात स्वीकार की है....
बाइट- राम अवतार थाना प्रभारी जीआरपी थाना अजमेर

शातिर की महाराजा ट्रेन में सफर करने की थी ख्वाहिश

गिरफ्तार शातिर नरेंद्र बर्मन से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ठगी के पैसों से वह पांच सितारा होटलों में ठहरता, हवाई यात्रा करता और रेल में फर्स्ट और सेकंड क्लास एसी में सफ़र करने का उसे शौक था। आरोपी ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया कि 5 साल में ठगी के पैसे से उसने अपने पूरे शौक कर लिए हैं। लेकिन एक शौक उसका अभी भी बाकी था। पूछताछ में उसने बताया कि महाराजा ट्रेन में यात्रा करने की उसकी ख्वाहिश थी।

दसवीं पास और फराटेदार अंग्रेजी

रेल यात्रियों को पास में के लिए उसने फराटे दार अंग्रेजी भी सीख ली थी। अंग्रेजी भाषा का उपयोग वह रेल यात्रियों पर प्रभाव डालने के लिए बोलता था। जबकि वह खुद दसवीं पास है।




Body:प्रियंक शर्मा अजमेर


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