अजमेर. राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षण संस्थान के बीएड की छात्राओं ने गुरुवार को शिक्षण संस्थान पहुंचकर हंगामा खड़ा कर दिया. छात्राओं ने जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान सरकार की योजना में 2 कॉलेज सम्मिलित है, जो अजमेर में और बीकानेर में मौजूद है. जो छात्राओं की फीस को रिफंड करते हैं.
मामला 2016 से 2018 की छात्राओं का है, जो बीएड में अजमेर के इस कॉलेज में अध्ययन कर रही थी. कॉलेज द्वारा प्रत्येक छात्रा के 17 हजार 800 रिफंड की फीस दिए जाने हैं. जो आज तक किसी भी छात्रा को रिफंड नहीं हुए है. वहीं शिक्षण संस्थान केवल छात्राओं को इधर से उधर भटकाने का प्रयास कर रही है.
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बता दें कि पूरे मामले को लेकर शिक्षण संस्थान से उत्तीर्ण हुई छात्राएं अब परेशान हो चुकी है. उनका कहना है कि उनके ओर से काफी बार शिक्षण संस्थान के चक्कर काटे गए. लेकिन अब तक किसी भी अधिकारी की ओर से कोई भी जवाब नहीं दिया गया है. तो वहीं प्राचार्य ने उनको आश्वासन दिया है कि जल्द उनको भुगतान किया जाएगा लेकिन भुगतान कब तक होगा यह कह पाना बड़ा मुश्किल है. हालांकि उन्होंने मीडिया के सामने किसी भी तरह से बातचीत करने से इंकार कर दिया है.
छात्रा अनिमा अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षण संस्थान की ओर से उन्हें कोई भी संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जा रहा है. केवल मात्र छात्राओं को इधर से उधर भटकाने का प्रयास शिक्षण संस्थान द्वारा किया जा रहा है. साथ ही बताया कि 2019 खत्म होने वाला है, जबकि 2018 में ही छात्रों को फीस का रिफंड कर दिया जाना था. लेकिन शिक्षण संस्थान के ढुलमुल रवैए के चलते अभी तक किसी भी छात्रा को रिफंड का भुगतान समय पर नहीं किया गया है.
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बता दें कि शिक्षण संस्थान समाज कल्याण विभाग पर और समाज कल्याण विभाग शिक्षण संस्थान के पाले में गेंद फेंक रहा है. आखिर छात्राओं का रिफंड पैसा उन्हें कब मिलेगा यह कह पाना बड़ा मुश्किल नजर आ रहा है. क्योंकि छात्राएं अब हताश हो चुकी है. जहां उनका कहना है कि शिक्षण संस्थान में बैठी कैशियर द्वारा भी उनके साथ ढंग से बात नहीं की जाती है. वहीं अब उन्होंने आरटीआई में जवाब मांगने की चेतावनी देने की बात कही है.