किशनगढ़ (अजमेर). जयपुर एसीबी की टीम ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए रूपनगढ़ थाने में तैनात एएसआई घासीराम जाट को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. एसीबी की कार्रवाई की भनक लगते ही थानाधिकारी सियाराम विश्नोई भी थाने से फरार हो गया.
एसीबी इंस्पेक्टर श्रवण कुमार ने बताया कि अजमेर के रूपनगढ़ थाने में 308 आईपीसी का मुकदमा दर्ज था. जिसकी जांच एएसआई सियाराम विश्नोई कर रहा था. एएसआई ने आरोपी को गिरफ्तारी का भय दिखाकर मुकदमे में गिरफ्तार कर उसी दिन न्यायालय में पेश करने और जल्द जमानत करवाने और दो अन्य पेंडिंग मुकदमों में शीघ्र चालान पेश कर फायदा दिलवाने की एवज में एएसआई घासीराम और थानाधिकारी सियाराम बिश्नोई ने 50000 रुपये रिश्वत राशि मांगी थी. जिसके बाद 40000 रुपए में परिवादी से सौदा तय हुआ. जिसकी परिवादी ने एसीबी को शिकायत कर दी.
जयपुर एसीबी के सत्यापन में रिश्वत की बात सही पाई गई. जिसके बाद एसीबी की टीम ने सुरसुरा रोड पर स्थित एक होटल में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया और परिवादी से रिश्वत लेते हुए एएसआई को रंगे हाथ गिरफ्तार किया. रूपनगढ़ थानाधिकारी सियाराम विश्नोई को भी एसीबी ने रिश्वत मामले में आरोपी बनाया है. एसीबी की कार्रवाई की भनक लगते ही आरोपी थानाधिकारी फरार हो गया.
एसीबी गिरफ्तार एएसआई से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में थानाधिकारी की इस मामले में कितनी इन्वॉल्मेंट थी वो भी सामने आ जाएगी.