केकड़ी (अजमेर). जिले में चार साल की मासूम के साथ दुष्कर्म करने के प्रयास का मामला सामने आया है. आरोपी ने मासूम को गुटखा लाने के बहाने अपने पास बुलाया और फिर दुष्कर्म करने का प्रयास किया. बच्ची जैसे-तैसे करके आरोपी के चंगुल से भाग गई. जिसके बाद उसने अपने साथ हुई घटना के बारे में परिजनों को बताया तो परिजनों ने पुलिस में आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है.
केकड़ी पुलिस ने नाबालिग बच्ची के साथ यौन दुराचार करने के मामले में पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. भारत में हर साल हजारों बच्चों के साथ यौन दुराचार के मामले सामने आते हैं. 2018 के एनसीआरबी के डेटा की बात करें तो उसके अनुसार भारत में हर दिन 109 बच्चों के साथ यौन दुराचार के केस रजिस्टर्ड किए जाते हैं. बच्चों के साथ यौन दुराचार के मामलों में 2017 की तुलना में 22 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी.
सरकार ने बच्चों को यौन दुराचार के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए कड़े कानूनी प्रावधान बना रखे हैं. जिनमें पॉक्सो एक्ट एक है. इस एक्ट के तहत दोषी को आजीवन कारावास की सजा तक का प्रावधान है. 2018 में सबसे ज्यादा पॉक्सो एक्ट के तहत केस महाराष्ट्र में दर्ज हुए. दूसरे नंबर पर उत्तरप्रदेश रहा. चाइल्ड वेलफेयर से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं को कहना है कि बच्चों के साथ यौन दुराचार के बढ़ते केसों से पता चलता है कि लोगों को न्यायिक सिस्टम में भरोसा बढ़ा है. लेकिन दूसरी तरफ ये बढ़ते हुए केस सरकार के लिए चिंता का सबब हैं.