अजमेर. चुनाव कोई भी हो उसे लोकतंत्र का उत्सव माना जाता है. इसमें सभी मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित हो यहीं लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती है. पुष्कर नगर पालिका चुनाव में मतदान को लेकर मतदाताओं में काफी उत्साह का माहौल है. मतदान के लिए दिख रहे उत्साह के मध्य नजर कुछ ऐसे भी नजारे देखने को मिल रहे है जो आम मतदाताओं के लिए मिसाल है.
बता दें कि पुष्कर के वार्ड 4 की निवासी 103 वर्षीय चंद्रभागा ने आकर मतदान किया है. इस वृद्ध महिला ने अपने जीवन काल में किसी भी तरह का चुनाव में खुद को कभी मताधिकार से वंचित नहीं रखा. चंद्रभागा चलने फिरने और बोलने की अवस्था में नहीं है लेकिन समझती जरूर है। चंद्रभागा अपने बेटे बहुओं और भूतों के साथ मतदान स्थल पहुंची। जहां व्हीलचेयर से उन्हें मतदान के लिए भीतर ले जाया गया। मतदान करके चंद्रभागा काफी खुश है और उन्होंने इशारे से सभी का धन्यवाद किया है.
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उनके पुत्र हरिप्रसाद ने बताया कि चुनाव में मतदान को लेकर स्वयं उनकी माता चंद्रभागा ने मतदान स्थल पर वोट डालने के लिए इच्छा जाहिर की थी. लिहाजा टेंपो में परिजन उन्हें बैठा कर वोट डालने के लिए लेकर आए है. अपने जीवन का शतक पार कर चुकी चंद्रभागा का उत्साह देखकर उपस्थित लोग भी अचंभित थे. 103 वर्षीय चंद्रभागा उन तमाम लोगों के लिए मिसाल है जो मतदान के दिन अवकाश होने के बावजूद भी अपने घरों से लोकतंत्र के उत्सव में अपनी भागीदारी निभाने के लिए घरों से नहीं निकलते है.
हड्डियों में 10 फ्रैक्चर होने के बावजूद भी प्रकाश पाराशर मतदान के लिए पहुंचेः
अजमेर के पुष्कर नगरपालिका चुनाव के लिए मतदान जारी है मतदान के बीच ऐसे कई नजारे सामने आ रहे है जो आम मतदाताओं के लिए नजीर बन रहे है. पुष्कर के बूथ संख्या 4 में मतदान के लिए आए प्रकाश पाराशर के जज्बे के को देखकर लोग भी हैरान थे. शरीर में हड्डियों में 10 फ्रैक्चर होने के बावजूद भी प्रकाश पाराशर मतदान के लिए एंबुलेंस से पहुंच गए.
मतदाता प्रकाश पाराशर के पैर और पसलियों में कई फैक्चर है. चलना फिरना तो दूर प्रकाश पाराशर बैठ भी नहीं पाते है. इतना होने के बावजूद प्रकाश पाराशर का जज्बा वाकई काबिले तारीफ है. लोकतंत्र के उत्सव नगर पालिका चुनाव में अपनी भागीदारी निभाने के लिए प्रकाश पाराशर ने अपने शरीर पर लगी चोटों की परवाह किए बिना मतदान किया.
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उनकी इच्छा के अनुरूप उनके परिजन उन्हें एंबुलेंस के जरिए मतदान स्थल पर लेकर पहुंचे. जहां स्ट्रक्चर के जरिए उन्हें पोलिंग बूथ तक ले जाया गया. जहां उन्होंने मतदान किया. ईटीवी भारत से बातचीत में प्रकाश पाराशर ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है और उन्हें भी इस उत्सव में अपनी भागीदारी निभाने का मौका मिला.