सैन डिएगो (अमेरिका) : अमेरिकी नौसेना सोमवार को यह तय करने के लिए सुनवाई करेगी कि सैन डिएगो में कार्यरत नाविक का कोर्ट मार्शल करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं या नहीं. नाविक पर पिछले साल गर्मियों में युद्धपोत पर आग लगाने का आरोप है जिसकी वजह से यूएसएस बोनहोम नष्ट हो गया था.
कनिष्ठ नाविक रेयान सावयेर मेज पर जानबूझकर पोत पर आगजनी करने और उसे नुकसान पहुंचाने का आरोप है. हाल के अमेरिकी इतिहास में लड़ाई के बाहर युद्धपोत पर आग की यह सबसे भीषण घटना थी. मेज चालक दल का सदस्य था और वह खुद को बेगुनाह बता रहा है. उसने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने आग बुझाने में मदद की. यह युद्धपोत पांच दिनों तक जलता रहा और उससे उठने वाला धुंआ सैन डिएगो के ऊपर छा गया था.
युद्धपोत पर 12 जुलाई 2020 को आग लगने की जानकारी मिली और उस समय 160 नाविक और अधिकारी उसपर सवार थे. इस युद्धपोत की लंबाई 256 मीटर थी और इसे 25 करोड़ डॉलर की लागत से उन्नत बनाने के लिए सैन डिएगो स्थित नौसेना के ठिकाने पर खड़ा किया गया था.
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(पीटीआई-भाषा)