उदयपुर. शनिवार को उदयपुर कलेक्टर चेतन देवड़ा स्कूलों का निरीक्षण कर रहे थे. इस दौरान जब भी वो कक्षा में जाते उससे पहले "May I Come In Sir/Madam" कहकर टीचर की अनुमति लेते और बाद में कक्षा में जाते. कलेक्टर की इस सादगी की चर्चा चारों और हो रही है. देवड़ा ने कहा कि अधिकारी हो या शिक्षक किसी भी कक्षा में प्रवेश करने से पहले उस कक्षा में पढ़ा रहे शिक्षक की अनुमति अनिवार्य होनी चाहिए.
पढ़ें: Rajasthan Bird Flu Update: 15 मोरों सहित 160 पक्षियों की हुई मौत, कुल आंकड़ा पहुंचा 6450
राज्य सरकार के निर्देशानुसार विद्यालयों में कोविड गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करवाने को लेकर आईएएस व आरएएस अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं. इसी के तहत जिला कलेक्टर शनिवार को शहर के धानमण्डी स्थित महात्मा गांधी (इंग्लिश मीडियम) राजकीय विद्यालय एवं जिले के मावली स्थित स्वामी विवेकानन्द मॉडल स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने विद्यालय में कोविड गाइडलाइन की पालना के साथ संचालित गतिविधियों के साथ चल रहे अध्ययन कार्य का जायजा लिया.
निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर जिस कक्षा में पहुंचे, वहां जिस विषय का अध्ययन कार्य चल रहा था, उस पर चर्चा करते दिखाई दिए. देवड़ा ने विद्यार्थियों से चर्चा की और अध्यापन करवा रहे शिक्षक से भी फीडबैक लिया.
राम लक्ष्मण परशुराम संवाद ने किया प्रभावित
स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल की एक कक्षा में अध्ययन कार्य के दौरान चल रहे राम, लक्ष्मण, परशुराम संवाद से कलेक्टर खासा प्रभावित हुए. उन्होंने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की और धार्मिक ग्रंथ में बताए गए तथ्यों के आधार पर इस संवाद के विद्यार्थियों को रोचक जानकारी प्रदान की.
लविष्का खटीक को दिया 100 रुपए का पुरस्कार
धानमण्डी विद्यालय में कक्षा 10 में गणित विषय के अध्यापन कार्य के दौरान कलेक्टर ने विद्यार्थियों से कई सवाल किए. इस दौरान उन्होंने एक सवाल विद्यार्थियों को दिया और कहा कि जो पहले इसका जवाब देगा उसे पुरस्कृत किया जाएगा. इस पर कक्षा की होनहार छात्रा लविष्का खटीक ने सबसे पहले जवाब दिया और कलेक्टर ने उसे प्रोत्साहन स्वरूप 100 रुपए का पुरस्कार दिया.