उदयपुर. जिले के खेरवाड़ा इलाके में रहने वाले रमेश पटेल की कोरोना वायरस से दुबई में मौत हो गई. इसके बाद उसके शव को दुबई में ही मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार दफना दिया गया. ऐसे में रमेश के परिजनों अपने बेटे के अंतिम दर्शन भी नहीं हुए. ऐसे में रमेश के परिजनों ने रमेश का पुतला बनाकर हिंदू रीति-रिवाज से खेरवाड़ा में अपने बेटे का दाह संस्कार किया.
कोरोना वायरस का संक्रमण देश और दुनिया के लिए सबसे बड़ी परेशानी बना हुआ है. भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में प्रवासी भारतीय मजदूर जो विदेशों में पिछले लंबे समय से काम कर रहे हैं उनके लिए अब यह वायरस जानलेवा साबित हो रहा है. दुबई और अन्य कई देशों में पिछले लंबे समय से रहकर रोजी-रोटी कमा रहे भारतीय मजदूरों की अब विदेशों में काफी बुरी स्थिति होने लगी है.
पढ़ेंः पर्यटकों से आबाद रहता था झीलों का शहर, कोरोना की मार के बाद दिखने लगा वीरान
हाल ही में उदयपुर जिले के खेरवाड़ा का रहने वाला रमेश चंद्र पटेल की दुबई में कोरोना वायरस से मौत हो गई. इसके बाद में उसे वहीं पर दफना दिया गया. रमेश के परिजन उसके शव का अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाएं. यहां तक की उसके शव को भारत भी नहीं लाया गया. दुबई में ही दफना दिया गया. जिसके बाद पटेल समाज के कुछ लोग और रमेश के परिजनों ने मिल उसका पुतला बनाकर हिंदू रीति-रिवाज के साथ खेरवाड़ा में उसका अंतिम संस्कार किया.
पढ़ेंः CM गहलोत ने VC के जरिए कोविड- 19 मॉलिक्यूलर लैब का किया उद्घाटन, कही ये बड़ी बात
बता दें की सिर्फ रमेश ही नहीं बल्कि रमेश जैसे कई अन्य लोग भी थे जो विदेशों में रहकर कमा रहे थे लेकिन कोरोना वायरस की चपेट आने से उनकी मौत हो गई. गौरतलब है की कुछ वक्त पहले बांसवाड़ा में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था.