उदयपुर. मेवाड़ की वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने भाजपा (Rajasthan BJP) को करारी शिकस्त दी है. वल्लभनगर में जहां भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई, वहीं धरियावद में भाजपा तीसरे नंबर पर खिसक गई. दो सीटों पर हुए उपचुनाव में मिली इस हार ने भाजपा की चिंता और चुनौती दोनों बढ़ा दी है. चुनाव परिणाम आने के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. कटारिया ने कहा कि हार का दुख है, हमने जो उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, उन्हें जनता ने स्वीकार नहीं किया.
कटारिया ने बातचीत के दौरान कहा कि वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा सीट पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा इसका दुख है. इसे मैं चुनौती के रूप में लेता हूं. उन्होंने कहा कि जो उम्मीदवार दोनों विधानसभा क्षेत्र में उतारे गए उन्हें जनता ने स्वीकार नहीं किया. इस बात को मुझे और मेरी पार्टी को स्वीकार करना चाहिए. अब पूरे चुनाव का विश्लेषण भी करना चाहिए. कांग्रेस को यहां जो वोट प्रतिशत मिला है वह अपने आप में दर्शाता है कि किस तरह से जीत मिली है. कटारिया ने कहा कि धरियावद विधानसभा सीट पर पार्टी के निर्णय के बाद वहां सांत्वना वोट जरूर थोड़ा बहुत कटा है.
बीटीपी से हुआ वोटों का बंटवारा
कटारिया ने कहा कि धरियावद में बीटीपी टक्कर में आई है. इसलिए वोटों का जो बंटवारा हुआ उससे हारे हैं. कटारिया ने कहा कि जनता ने जो वोट दिया है. कांग्रेस को देखना चाहिए सरकार के खिलाफ कितने वोट गए हैं. दोनों चुनाव में महंगाई कितना बड़ा मुद्दा रहा? इस सवाल के जवाब में कटारिया ने कहा कि इन चुनावों में महंगाई भी मुद्दा बना. लेकिन राज्य सरकार अगर चाहती तो पेट्रोल डीजल की रेट में वेट कम कर सकती है. पेट्रोल डीजल के जो भाव बढ़ें हैं वह मनमोहन सिंह सरकार की नीति से बढ़ें हैं.
प्रताप विवाद पर ये बोले
कटारिया ने महाराणा प्रताप के विवाद को लेकर कहा कि इन चुनावों में 'मुझे तो कहीं मुद्दा नहीं दिखा लेकिन जिन लोगों ने मेरे खिलाफ प्रदर्शन किया था. उन्हें भी महाराणा प्रताप तो बहुत प्यारे थे. ऐसे में उन्हें वोट मिलना चाहिए था. तीसरे नंबर पर क्यों गए. माना जा रहा है कि कटारिया का यह व्यंग्य सीधे तौर पर रणधीर सिंह भिंडर को लेकर था.