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SPECIAL : सूर्य देवता की तपिश बढ़ने के साथ ही बाजार में आ गए देसी फ्रिज, रंग-बिरंगे मटकों से ग्राहक भी हो रहे आकर्षित - desi fridge

उदयपुर सहित पूरे राजस्थान में गर्मी बढ़ने लगी है. गर्मी के साथ ही लोगों को ठंडे पानी की जरुरत भी काफी ज्यादा महसूस होती है. ऐसे में उदयपुर के बाजार में देसी फ्रिज यानी मिट्टी के घड़े, मटके, सुराही और जग दिखने लगे हैं. इस बार इन बर्तनों को काफी ज्यादा आकर्षक बनाया गया है जिससे इसकी डिमांड भी काफी बढ़ी है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
मार्केट में आ गए देसी फ्रिज
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Published : Apr 20, 2021, 2:20 PM IST

उदयपुर. मौसम में आए परिवर्तन के बाद सूर्य की तपिश लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में हर एक शख्स अपनी प्यास बुझाने के लिए ठंडे पानी की तलाश करता है. हालांकि इसके लिए फ्रिज और वॉटर कूलर जैसी सुविधा उपलब्ध है, लेकिन धीरे-धीरे लोग पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों की ओर खास आकर्षित हो रहे हैं.

मार्केट में आ गए देसी फ्रिज

पढ़ेंः SPECIAL: जिन मंदिर में भरता था मेला वहां आज पसरा है सन्नाटा, कोरोना के तीसरी बार नहीं भर रहा मेला

मार्केट में बढ़ती मांग को देखकर धीरे-धीरे मिट्टी के बर्तन भी नित नए लुक में पहुंच रहे हैं. खास करके गुजरात में मिट्टी के हर प्रकार के बर्तन बनाए जा रहे हैं. यह बर्तन इन दिनों उदयपुर में भी जगह -जगह आपको देखने को मिल जाएंगे. इनकी बनावट इतनी आकर्षक है कि लोग घर में ही नहीं बल्कि ऑफिस में भी रखने लगे हैं और बकायदा इस्तेमाल करते है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
रंग बिरंगे मटकों से सजा बाजार

मिट्टी के बर्तनों में ठंडा तो रहता ही है साथ ही साथ यह सेहत के लिए भी लाभदायक है. वर्तमान में बाजार में सुराही के साथ-साथ मिट्टी के जग भी मिलने लगे हैं. मटका विक्रेता इन्हें रंग-बिरंगे रंगों से सजाने लगे है जिससे यह और भी ज्यादा सुंदर लगने लगे हैं.

पढ़ेंः SPECIAL : जोधपुर में रेलवे स्टेशन पर बरती जा रही सख्ती...यात्री मित्र टीम कर रही निगरानी, लेकिन लोकल डिब्बे राम भरोसे

इसकी खूबसूरती देखते हुए शहर के कई व्यापारी गुजरात से भी इन बर्तनों को मंगवा रहे हैं. जैसे-जैसे गर्मी पड़ रही है वैसे-वैसे इनकी मांग में भी उछाल आता जा रहा है. प्रदेश में अचानक बदले मौसम के मिजाज के बाद अब मटका और सुराही की बिक्री में भी बढ़ोतरी हुई है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
मटकों के साथ-साथ मिट्टी के जग भी हैं बाजार में

लेक सिटी उदयपुर में भी ईटीवी भारत की टीम ने देखा कि बदलते मौसम के साथ मिट्टी से बने पीने के बर्तनों के बाजार पूरी तरह सच चुके हैं. शहर में सड़कों पर देसी फ्रिज की दुकानें सज गई है. जिन पर लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है. वहीं, मटका विक्रेताओं ने बताया कि एकाएक गर्मी बढ़ने के साथ मटको की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
मिट्टी का जग

पढ़ेंः SPECIAL : गाय के गोबर से बन रहीं प्रतिमाएं...गोशालाओं को करोड़पति बनाने का 'आत्मनिर्भर प्लान'

इस बार खास आकार के मटके मंगवाए गए हैं. जिनमें कुछ मिट्टी के जग है और सुराही भी है. मिट्टी के बर्तनों को अहमदाबाद से भी मंगवाया जा रहा है. जिसका भी खासा आकर्षण है. वहीं, सुराही और मटकों पर विविध प्रकार की रंगोली और डिजाइन भी बनाई गई है. साथ ही नल लगे मटकों की बिक्री ज्यादा हो रही है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
नल वाले मटकों की भी डिमांड बढ़ी

इस बार 100 रुपए से लेकर साढ़े 4 सौ रुपए तक के विभिन्न तरह के मटके और सुराही उपलब्ध हैं. विक्रेताओं का कहना है कि पिछले साल कोरोना की वजह से व्यापार कमजोर रहा था. दिवाली के अवसर पर भी दीयों की बिक्री भी कम रही थी, लेकिन इस बार गर्मी शुरू होने के साथ ही मटकों की और अन्य बिक्री होने से व्यापारियों के चेहरे पर खुशी की लहर हैं.

उदयपुर. मौसम में आए परिवर्तन के बाद सूर्य की तपिश लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में हर एक शख्स अपनी प्यास बुझाने के लिए ठंडे पानी की तलाश करता है. हालांकि इसके लिए फ्रिज और वॉटर कूलर जैसी सुविधा उपलब्ध है, लेकिन धीरे-धीरे लोग पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों की ओर खास आकर्षित हो रहे हैं.

मार्केट में आ गए देसी फ्रिज

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मार्केट में बढ़ती मांग को देखकर धीरे-धीरे मिट्टी के बर्तन भी नित नए लुक में पहुंच रहे हैं. खास करके गुजरात में मिट्टी के हर प्रकार के बर्तन बनाए जा रहे हैं. यह बर्तन इन दिनों उदयपुर में भी जगह -जगह आपको देखने को मिल जाएंगे. इनकी बनावट इतनी आकर्षक है कि लोग घर में ही नहीं बल्कि ऑफिस में भी रखने लगे हैं और बकायदा इस्तेमाल करते है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
रंग बिरंगे मटकों से सजा बाजार

मिट्टी के बर्तनों में ठंडा तो रहता ही है साथ ही साथ यह सेहत के लिए भी लाभदायक है. वर्तमान में बाजार में सुराही के साथ-साथ मिट्टी के जग भी मिलने लगे हैं. मटका विक्रेता इन्हें रंग-बिरंगे रंगों से सजाने लगे है जिससे यह और भी ज्यादा सुंदर लगने लगे हैं.

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इसकी खूबसूरती देखते हुए शहर के कई व्यापारी गुजरात से भी इन बर्तनों को मंगवा रहे हैं. जैसे-जैसे गर्मी पड़ रही है वैसे-वैसे इनकी मांग में भी उछाल आता जा रहा है. प्रदेश में अचानक बदले मौसम के मिजाज के बाद अब मटका और सुराही की बिक्री में भी बढ़ोतरी हुई है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
मटकों के साथ-साथ मिट्टी के जग भी हैं बाजार में

लेक सिटी उदयपुर में भी ईटीवी भारत की टीम ने देखा कि बदलते मौसम के साथ मिट्टी से बने पीने के बर्तनों के बाजार पूरी तरह सच चुके हैं. शहर में सड़कों पर देसी फ्रिज की दुकानें सज गई है. जिन पर लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है. वहीं, मटका विक्रेताओं ने बताया कि एकाएक गर्मी बढ़ने के साथ मटको की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
मिट्टी का जग

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इस बार खास आकार के मटके मंगवाए गए हैं. जिनमें कुछ मिट्टी के जग है और सुराही भी है. मिट्टी के बर्तनों को अहमदाबाद से भी मंगवाया जा रहा है. जिसका भी खासा आकर्षण है. वहीं, सुराही और मटकों पर विविध प्रकार की रंगोली और डिजाइन भी बनाई गई है. साथ ही नल लगे मटकों की बिक्री ज्यादा हो रही है.

उदयपुर में मिट्टी के घड़े, Clay pitcher in udaipur
नल वाले मटकों की भी डिमांड बढ़ी

इस बार 100 रुपए से लेकर साढ़े 4 सौ रुपए तक के विभिन्न तरह के मटके और सुराही उपलब्ध हैं. विक्रेताओं का कहना है कि पिछले साल कोरोना की वजह से व्यापार कमजोर रहा था. दिवाली के अवसर पर भी दीयों की बिक्री भी कम रही थी, लेकिन इस बार गर्मी शुरू होने के साथ ही मटकों की और अन्य बिक्री होने से व्यापारियों के चेहरे पर खुशी की लहर हैं.

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