उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में फिर एक बार पैंथर पिंजरे में कैद हुआ है. पकड़ा गया पैंथर मादा बताया जा रहा है. क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि हमलावर पैंथर के साथ में एक मादा पैंथर भी क्षेत्र में विचरण करती थी, ऐसी जानकारी है. इसीलिए संभवत: ये वही मादा पैंथर हो सकती है. वन विभाग का कहना है कि केवडा वन क्षेत्र इलाका पैंथरों की पनाहगाह वाला क्षेत्र है. इसलिए यहां इनकी भरमार है.
गौरतलब है कि वन विभाग ने अब तक 8 पैंथरों को इस वर्ष केवडा के जंगलों से पकड़ा है. वहीं, वन विभाग के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार संभवत: अपने साथी को ढूंढने मादा पैंथर आई थी. ग्रामीणों ने दोनों पैंथरों के पिंजरे में कैद होने के बाद राहत की सांस ली.
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वहीं, कल यानी 8 जुलाई को भी वन विभाग की टीम ने एक पैंथर को दबोचा था, जिसका एक दांत भी टूटा हुआ था. फिलहाल, उस बंदर को बायोलॉजिकल पार्क में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है.